सपना बेच करोड़ों के हो रहे वारे-न्यारे
जागरण संवाददाता, कन्नौज : देश भर के लोगों को डिजिटल बनाने का सपना कमाई का जरिया बनता जा र
जागरण संवाददाता, कन्नौज : देश भर के लोगों को डिजिटल बनाने का सपना कमाई का जरिया बनता जा रहा है। गांव-गांव खुले जन सेवा केंद्र (सीएससी) संचालक तो मालामाल हो गए, लेकिन ग्रामीण अभी भी अंगूठा लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान यानि पीएमजी दिशा भी ग्रामीणों की दशा नहीं बदल सकी। भले ही योजना के तहत जिले में 70 फीसद ग्रामीणों को डिजिटल बनाने का दावा किया जा रहा हो।
कंप्यूटर के सामने परीक्षार्थी, की-बोर्ड चलाता कोई दूसरा
सीएससी पीएमजी दिशा का भी संचालन कर रही है। योजना का उद्देश्य ग्रामीणों को डिजिटल कर कैशलेस को बढ़ावा देना है। 14 से 50 वर्ष तक के लोगों को इंटरनेट बैं¨कग समेत हर तरह की ऑनलाइन जानकारी देकर परीक्षा कराई जाती है। ग्राम पंचायतवार 250-250 ग्रामीणों का 20 घंटे प्रशिक्षण होता है। साक्षर होने के बाद दिल्ली से वेब कैम के सामने ऑनलाइन परीक्षा होती है। यहां वेब कैम के सामने परीक्षार्थी बैठाए जाते हैं और पीछे से की-बोर्ड पर कोई और उत्तर देता है। परीक्षार्थी के पास होने पर प्रत्येक के हिसाब से 300 रुपये सीएचसी संचालक को मिलते हैं। अब तक 52,791 परीक्षार्थी पास हो चुके हैं।
एक-एक रुपया कर रहा मालामाल
डिजिटल साक्षरता के तहत घर बैठे मोबाइल, कंप्यूटर व लैपटॉप पर इंटरनेट बैं¨कग की जानकारी दी जाती है। इसमें भीम एप, पे-टीएम, पे-रुपये व एटीएम समेत अन्य एप के जरिए खाते से लेनदेन करना बताते हैं। प्रशिक्षण प्रक्रिया में प्रयोग के दौरान भीम एप, पे-टीएम व पे-रुपये से ग्रामीण के खाते से एक-एक रुपये सीएससी संचालक के खाते में जाता है।
बिना अनुमति चल रहे केंद्र
सीएससी मिनिस्ट्री आफ आइआइटी से पंजीकृत होने से मार्च 2016 में गांव-गांव खोले गए थे। जबकि तत्कालीन डीएम अनुज कुमार झा ने अनुमति नहीं दी थी। ग्राम पंचायत व वार्ड वार एक-एक केंद्र खोले जाते हैं। इसके बाद भी जिले की 504 ग्राम पंचायत व 138 वार्ड के सापेक्ष 1,107 केंद्र खोले गए। वर्तमान में 700 नगर व ग्रामीण इलाकों में केंद्र चल रहे हैं। सीएससी पर आय, जाति, निवास, खसरा-खतौनी को छोड़ कंप्यूटर चलाना, शिक्षा, कृषि, बीमा, पैनकार्ड, बिजली बिल जमा करने समेत अन्य सुविधाएं मिलती हैं।
केंद्र वार रिपोर्ट
तहसील ग्राम पंचायत पंजीकरण प्रशिक्षित प्रमाणित
कन्नौज 146 35,103 34,991 25,237
छिबरामऊ 236 27,082 26,256 16,148
तिर्वा 127 21,312 20,819 11,406
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क्या कहते हैं अधिकारी
स्टेट हेड से रिपोर्ट मिली है। जिसका अध्ययन करेंगे। गड़बड़ी मिलने पर जांच कराएंगे। फर्जीवाड़ा मिला तो संबंधित को लिखकर कार्रवाई करेंगे।
-रवींद्र कुमार, जिलाधिकारी