रजबहा में भ्रष्टाचार की गंदगी, पांच वर्ष से नहीं आया पानी
संवाद सहयोगी तिर्वा रजबहा में भ्रष्टाचार की गंदगी साफ नजर आ रही और घरों के नालियां भ
संवाद सहयोगी, तिर्वा : रजबहा में भ्रष्टाचार की गंदगी साफ नजर आ रही और घरों के नालियां भी रजबहा में छोड़ दी गई। करीब सात वर्ष से रजबहा में पानी नहीं आया और सूखा है। सफाई के नाम पर प्रतिवर्ष बजट खर्च हो जाता है। इसकी हकीकत रजबहा में खड़े पेड़-पौधे बयां कर रहे हैं।
नगर के रजबहा में करीब सात वर्ष से पानी नहीं आया। एक बार पानी आया भी, लेकिन टेल तक नहीं पहुंचा। बीच में ही पानी सूख गया। एक दिन भी पानी रजबहा में टिक नहीं पाया था। कारण, रजबहा की सफाई सिर्फ कागजों पर होती है। हकीकत में रजबहा की हालत पूरी तरह से खराब है। पानी न आने से कई किसान परेशान रहते। इन किसानों की उम्मीद ही इस रजबहा से सिचाई करने की टूट चुकी है। इससे मजबूरन किसान खेतों की सिचाई टयूबवेल व सबमर्सिबल से करते हैं।
ये गांव के किसान परेशान
नुनारी, चितापुर्वा, पट्टी, बरुआहार, प्रतापपुर, टूसावरी, डम्मरपुर, धर्मपुर, तिर्वा देहात, बरधईया, सुक्खापुर्वा, चंदियापुर, मनीपुर्वा समेत 15 गांव के 600 किसान की 120 एकड़ से अधिक फसलें प्रभावित हैं।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
सिचाई विभाग को नोटिस भेजा जाएगा और रजबहा में पानी न आने का कारण मालूम किया जाएगा। इसके साथ ही सफाई के नाम पर बजट में घपलेबाजी होने की पुष्टि होने पर कार्रवाई होगी।-महेंद्र कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी।