चुनाव में लगे वाहन बीच रास्ते में नहीं दे सकेंगे धोखा
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी में लगने वाले वाहन इस बार धोखा नहीं दे सकेंगे। चुनाव में अधिग्रहण से पहले उनकी फिटनेस चेक की जाएगी। सबकुछ ठीक मिलने के बाद ही उन्हें चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, कन्नौज : बीच रास्ते में वाहनों में कोई खराबी न आये, इसलिए लोकसभा चुनाव में ड्यूटी के लिए वाहनों की फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए अधिग्रहण किए जा रहे वाहनों की चेक किया जाएगा। सबकुछ ठीक मिलने के बाद ही उन्हें चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा। इन वाहनों से सेक्टर मजिस्ट्रेट समेत मतदान कार्मिक व पुलिस फोर्स को विभिन्न बूथों पर भेजा जाएगा। चुनाव संपन्न होने के बाद इन्हीं वाहनों से वह स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा करने लौटेंगे। 1300 वाहन स्वामियों को भेजी गई नोटिस
सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय से अभी तक 1300 वाहन स्वामियों को नोटिस भेजी जा चुकी है। इसमें विभाग के अफसर व कर्मियों ने 550 से अधिक वाहन स्वामियों से निर्धारित समय पर वाहन उपलब्ध कराने के लिए बात कर ली है। अधिग्रहण होने वाले वाहनों को केके इंटर कॉलेज के मैदान में विधानसभा वार एकत्र किया जाएगा। इससे पोलिग पार्टियों को रवाना करने में कोई दिक्कत न हो। दिखाना होगा प्रमाण पत्र
जिन वाहन स्वामियों ने अभी हाल में अपने वाहन का फिटनेस टेस्ट करवाया है, उन्हें प्रमाण पत्र दिखाना होगा। वहीं, फिटनेस न कराने वाले वाहनों की गहनता से पड़ताल की जाएगी। इसमें वाहनों ट्यूब-टायर, इंजन, कमानी समेत अन्य की जांच की जाएगी। वहीं, जर्जर वाहनों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखा जाएगा। दो दिन ली जाएंगी स्कूल बसें
लोकसभा चुनाव में स्कूली बसों को भी अधिग्रहीत किया जाएगा। अफसरों की माने तो इन बसों को चुनाव से दो दिन पहले लिया जाएगा। चुनाव संपन्न होने के बाद ही छोड़ा जाएगा। इससे स्कूल व कालेजों को बच्चों को लाने व ले जाने में कोई दिक्कत न हो। स्कूल वाहन उपलब्ध न कराने पर प्रबंधकों पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी। लोकसभा चुनाव लगे वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र चेक करने के बाद ही उन्हें चुनाव ड्यूटी में भेजा जाएगा। इसके अलावा विधानसभा वाहन कई वाहन रिजर्व में रखे जाएंगे। जरूरत पड़ने पर इन वाहनों की चुनाव ड्यूटी में मदद ली जाएगी। इससे मतदान प्रक्रिया प्रभावित न हो।
-संजय झा, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी