बच्चों में शुरू हुए खून के दस्त, बढ़ी ¨चता
जागरण संवाददाता, कन्नौज: डायरिया के बाद देहात क्षेत्र में अमीबिप डिसेंट्री (खून के दस्त) संक्रम
जागरण संवाददाता, कन्नौज: डायरिया के बाद देहात क्षेत्र में अमीबिप डिसेंट्री (खून के दस्त) संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जिला अस्पताल में इस बीमारी से ग्रसित तीन-चार बच्चे रोजाना भर्ती हो रहे हैं। खून के दस्त की बीमारी फैलने से सकते में आया महकमा गांव-गांव क्लोरीन और मे¨ट्रडाजोल की गोलियां बांट रहा है।
सोमवार को जिला अस्पताल में क्षेत्र के ग्राम बद्दापुरवा निवासी दिनेश कुमार ने अपनी बेटी अनुष्का (7) को भर्ती कराया, उसे खून के दस्त हो रहे थे। इसी तरह सढि़यापुर के रामविलास की बेटी वैष्णवी (2) व नजरापुर के रमाकांत की बेटी खुशी (10) को भी खून के दस्त आने के कारण भर्ती कराया गया। डाक्टरों ने उनका उपचार करने के बाद दूषित पानी ने पिलाये जाने की नसीहत दी। चिकित्सकों ने बताया कि देहात क्षेत्रों में बरसात के बाद जलस्तर बढ़ने से कई हैंडपंपों का पानी भी दूषित हो गया है और उसमें हानिकारक जीवाणु उत्पन्न हो गए हैं। इसी वजह से अमीबिप डिसेंट्री (खून के दस्त) की बीमारी फैल रही है। खून के दस्त से बचाव के उपाय
-पानी उबाल कर पिएं
-नदी या तालाब का पानी न पिएं
- शीतल पेय पदार्थ न पिएं
- बासी भोजन न करें
- भोजन से पहले साबुन से हाथ धोएं
- ब्रेड-बिस्किट आदि न खाएं
- दस्त होने पर मे¨ट्रडाजोल टेबलेट खिलाएं
- अधिक दस्त होने पर नजदीकी अस्पताल ले जाएं
- पानी में क्लोरीन की गोलियां डालकर सेवन करें
अमीबिप डिसेंट्री एक संक्रामक बीमारी है। इसकी रोकथाम के लिए सभी एएनएम और आशा संगिनी को क्षेत्र में भेजा जा रहा है और क्लोरीन सहित एंटीबायोटिक मे¨ट्रडाजोल की गोलियों का वितरण कराया जा रहा है।
-डा.कृष्ण स्वरूप, सीएमओ