मौसम का बिगड़ा मिजाज, धान-मूंगफली की फसल कर लें सुरक्षित
-गुरुवार को पूरा दिन छाए रहे बादल शाम को हुई हल्की बूंदाबांदी -क्षेत्रीय चक्रवात का असर
-गुरुवार को पूरा दिन छाए रहे बादल, शाम को हुई हल्की बूंदाबांदी
-क्षेत्रीय चक्रवात का असर, किसान रुककर करें रबी की फसलों की बोआई
जागरण संवाददाता, कन्नौज: क्षेत्रीय चक्रवात के कारण मौसम ने अचानक करवट बदली। गुरुवार को पूरा दिन आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी हवा चलती रहे। वहीं शाम को हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इससे मौसम में ठंड बढ़ गई। मौसम विभाग ने शनिवार तक बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी की आशंका जताई है। वहीं किसानों को बोआई का कार्य रोक देने की हिदायत दी गई है।
गुरुवार को सुबह से ही आसमान में बादल छा गए। पूरा दिन लोगों को सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। दिन का अधिकतम तापमान 25.0 डिग्री से. दर्ज किया गया। जो सामान्य से -3.0 डिग्री से. कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्रीसे दर्ज किया गया। सापेक्षिक आर्द्रता अधिकतम 96 प्रतिशत, जबकि न्यूनतम 55 प्रतिशत रही। 1.2 किमी/घंटा हवा की गति रही। इससे लोग परेशान रहे। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक इस सप्ताह आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगें। 20 नवंबर को तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी की आशंका मौसम विभाग ने जताई है।
चंद्रशेखर आजादी कृषि विवि के कृषि मौसम विज्ञानी अजय मिश्रा ने बताया कि बादल 21 नवंबर को छट जाएंगे। ऐसे में किसानों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान धान, मूंगफली आदि की कटी हुई फसलों की मड़ाई कर दोनों को संरक्षित कर लें। ताकि उन्हें नुकसान न हो। जबकि रबी की फसलें जैसे-गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी, आलू एवं सब्जियों आदि की बोआई का कार्य किसानों को रुककर करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बार जितनी जल्दी सर्दी शुरू हुई है, उतनी ही देर तक रहेगी भी। इस बार पिछली साल के मुकाबले अधिक सर्दी पड़ने की संभावना उन्होंने जताई है।