ईशन नदी में छोड़ा गया 850 क्यूसेक पानी
जागरण संवाददाता कन्नौज भारी बारिश के बाद निचली गंगा नहर में पानी बढ़ गया जिससे वह ओवर
जागरण संवाददाता, कन्नौज : भारी बारिश के बाद निचली गंगा नहर में पानी बढ़ गया, जिससे वह ओवरफ्लो होने लगी। खांदी कटने के डर से सिचाई विभाग ने नहर से 850 क्यूसेक पानी ईशन नदी में छुड़वा दिया। इससे नदी में पानी बढ़ गया और बाढ़ जैसे हालात हो गए। जिले के कई गांवों में नदी का पानी खेतों में घुस गया है, जिससे किसानों की मक्का व धान की फसलें डूब गई हैं।
जनपद में पिछले 36 घंटे से हो रही बारिश से नहरों में पानी बढ़ गया है। निचली गंगा नहर की जल क्षमता 4500 क्यूसेक है। बारिश के बाद इसमें करीब 450 क्यूसेक पानी बढ़ गया। ऐसे में नहर में खांदी होने की प्रबल संभावना हो गई। सिचाई उपखंड अधिकारी उमर्दा रामप्रसाद ने इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता पारसनाथ को दी। इस पर अधिशासी अभियंता ने जनपद मैनपुरी के तरया रामनगर डैम से 850 क्यूसेक पानी ईशन नदी में छुड़वा दिया। सिचाई विभाग के मुताबिक ईशन नदी की जल परिवहन क्षमता 1250 क्यूसेक है। ऐसे में करीब 70 फीसद के हिसाब से 850 क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया। पानी छोड़े जाने के बाद ईशन नदी में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। तटवर्ती इलाकों के गांवों में नदी के किनारे खड़ी फसलों में पानी घुस गया है। इससे मक्का व धान समेत सब्जियों में नुकसान हुआ है। गर्मियों में जहां ईशन नदी पूरी तरह सूख गई थी, वहीं अब ओवरफ्लो हो रही है। इसके अलावा बंबों और माइनरों में भी पानी को बढ़ाया गया है। ---------------- निचली गंगा नहर में बरसात के बाद पानी बढ़ गया था, इससे खांदी होने की संभावना थी। ऐसी स्थिति में ईशन नदी में 850 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अन्य नहरों और बंबों में भी पानी बढ़ाया गया है। -पारसनाथ, अधिशासी अभियंता, सिचाई खंड