आंगनबाड़ी के 261 केंद्रों को भवन की दरकार
संवाद सहयोगी, तिर्वा : अधूरी व्यवस्था के भरोसे बाल विकास पुष्टाहार विभाग को तंदरुस्त बनाने की क
संवाद सहयोगी, तिर्वा : अधूरी व्यवस्था के भरोसे बाल विकास पुष्टाहार विभाग को तंदरुस्त बनाने की कोशिश की जा रही है। विभाग के पास खुद के भवन नहीं और कई आंगनबाड़ी सुपरवाइजर के पद भी खाली पड़े हैं।
उमर्दा विकास खंड क्षेत्र में 304 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। इसमें 43 केंद्र बाल विकास पुष्टाहार विभाग के खुद के हैं।
उमर्दा ब्लाक में 304 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। 243 केंद्र परिषदीय विद्यालयों, पंचायतघर व अन्य सरकारी भवनों में चल रहे और 18 केंद्र ग्रामीणांचल में दुकानों व घरों में चल रहे हैं। विभाग से इसका कोई किराया भी भुगतान नहीं किया जाता। कहीं छप्पर तो कहीं खुले आसमान के नीचे केंद्र संचालित हैं। इसके अलावा आंगनबाड़ी के काम की निगरानी करने के लिए 11 पद सुपरवाइजर के सृजित हैं, जिसमें सात पद खाली चल रहे हैं। इससे एक सुपरवाइजर पर करीब 80 केंद्रों की जिम्मेदारी है। भवन निर्माण का बजट शासन स्तर से स्वीकृत होता है। भवन व खाली पदों को लेकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
-समर बहादुर यादव, सीडीपीओ उमर्दा।