खुले में रखा 151 बोरी चावल पकड़ा, जब्त
- पुलिस की सूचना पर डीएसओ ने मारा छापा खुली मिली बोरियां - बोरियां निजी होने के कारण
- पुलिस की सूचना पर डीएसओ ने मारा छापा, खुली मिली बोरियां
- बोरियां निजी होने के कारण सरकारी चावल की नहीं हो सकी पुष्टि
संवाद सूत्र, गुरसहायगंज (कन्नौज): पुलिस की जानकारी पर जिला पूर्ति अधिकारी ने टीम के साथ गांव में छापा मारा तो चावल से भरी 151 बोरी पकड़ी गईं। सभी बोरियां खुली थीं, जो खुले स्थान पर भरकर रखी गईं थीं। टीम को मौके पर कोई नहीं मिला। सरकारी चावल की पुष्टि नहीं हुई, फिर भी जांच के लिए बोरियां जब्त कर गोदाम में रखी गई हैं।
गुरुवार सुबह गुरसहायगंज प्रभारी निरीक्षक टीपी वर्मा ने जिला पूर्ति अधिकारी कमलेश कुमार को लाड़पुर ग्राम के मजरा इंद्रानगर में चावल की बोरियां डंप करने की जानकारी दी। जिला पूर्ति अधिकारी, पूर्ति निरीक्षक श्याम कुमार व मनीष श्रीवास्तव पुलिस के साथ इंद्रानगर पहुंचे। वहां एक मंदिर के पीछे प्लाट में चावल से भरी बोरियां मिली। गिनती के दौरान 151 बोरी निकलीं। सभी बोरियां खुली थीं। बोरियां खाद व बीज की थी। इस कारण सरकारी चावल की पुष्टि नहीं हो सकी, लेकिन जब्त कर ली गईं। पूछताछ के दौरान एक व्यापारी ने लिखित में देकर चावल अपनी फर्म का बताया, लेकिन प्रमाण नहीं दे सका। जिला पूर्ति अधिकारी ने संतुष्ट न होने पर बोरियां सिलवाकर गुरसहायगंज विपणन निरीक्षक को सौंपकर सरकारी गोदाम भेज दी। बताया कि कि मामले की जांच करेंगे। गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई करेंगे। व्यापारी से अभिलेख मांगे गए हैं।
पकड़ा जाता सरकारी राशन, नहीं होती कार्रवाई
जिले में कई बार सरकारी बोरी में गेहूं व चावल पकड़ा जा चुका है। पुष्टि होने पर एफआइआर तक दर्ज कराई गईं है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती है। हाल में सैरिख में बड़े पैमाने पर गेहूं पकड़ा गया था। सदर तहसील में भी सरकारी बोरी में सरकारी खाद्यान्न पकड़ा गया था। कहीं एफआइआर होती तो कहीं इससे पहले ही मामला दबा दिया जाता है, जबकि खाद्यान्न सरकारी खरीद के दौरान सीधे व्यापारी खरीद व बिक्री करते हैं।