डाटा फीडिंग में सरकरी मशीनरी फेल
अमरोहा। नए राशन कार्ड के लिए डाटा फीडिंग में सरकारी मशीनरी पूरी तरह से फेल हो गई। अब निजी बेंडरों से जांच पत्रों के सत्यापन के बाद डाटा फीडिंग का काम कराया जाएगा।
जिले में 4,81,272 लोगों के नए राशन कार्ड बनाए जाने हैं। इनमें 4,26,563 एपीएल, 33,966 बीपीएल तथा 20,743 अन्त्योदय कार्ड बनाए शामिल हैं। दिसंबर माह में जिलाधिकारी भवनाथ के कड़े निर्देशों के बाद आपूर्ति विभाग ने जांच पत्रों के सत्यापन के बाद ब्लाक और तहसील मुख्यालयों पर साफ्टवेयर अपलोड कराया डाटा फीडिंग का काम शुरू कराया था। मगर डाटा फीडिंग के काम में सरकारी मशीनरी पूरी तरह से फेल हो गई। आपरेटर से लेकर अन्य कर्मचारियों तक साफ्टवेयर के हिसाब से डाटा फीडिंग नहीं कर पाए। इधर शासन और प्रशासन की सख्ती बढ़ती जा रही है। नतीजतन नौसिखिए आपरेटरों की वजह से ब्लाक व तहसील मुख्यालयों के कम्प्यूटरों से विभाग का साफ्टवेयर कई-कई बार उड़ गया। बताया जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी क्रुतीदेव-10 फांट में काम करने में तो दक्ष हैं मगर साफ्टवेयर में यूनीकोड फांट में सूचनाएं भरी जानी हैं। इसी में सब गड़बड़ हो रहा है। ऊपर से शासन और प्रशासन का शिकंजा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में विभाग ने डाटा इंट्री का काम निजी बेंडरों से कराने का फैसला किया है। इसमें मुरादाबाद की आईटी ट्रेकर्स तथा अमरोहा की अमर कन्ट्रक्शन शामिल हैं। मुरादाबाद की एजेंसी को अमरोहा, जोया, गजरौला व धनौरा विकास खंड का काम सौंपा गया है, जबकि अमरोहा की एजेंसी को हसनपुर व गंगेश्वरी विकास खंड के साथ-साथ सभी नगरीय निकायों का काम सौंपा गया है।
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-- व्यावहारिक दिक्कतों की वजह से ब्लाक एवं तहसील मुख्यालयों पर सत्यापन के बाद जांच पत्रों की फीडिंग नहीं हो पाई, लिहाजा इसके लिए दो एजेंसियों को नियुक्त किया गया है। इन्हें पंद्रह तक काम पूरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
-पूरन लाल, जिला पूर्ति अधिकारी।
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