रसूले पाक की सुन्नतों पर अमल करें
अमरोहा। आलिमेदीन हजरत मौलाना शकील अहमद ने कहा कि हमें अल्लाह का अहसान व शुक्र अदा करना चाहिए कि उसने हमें मुहम्मद मुस्तफा (स.अ.) की उम्मत में पैदा किया। रसूले पाक की सुन्नतों पर अमल कर हमे इश्के रसूल का सबूत देना चाहिए।
मुस्लिम कमेटी द्वारा चल रहे ईदमिलादुन्नबी के 17 रोजा तकरीबात का तीसरा जलसा मुहल्ला दरबारे कलां में आयोजित किया गया। जलसे का आगाज कारी यासिर फारूकी ने तिलावते कलामे पाक व मौलाना शाद अमरोहवी व जुबैर इब्ने सैफी ने नात शरीफ का नजराना पेश करके किया। जलसे को खिताब करते हुए मौलाना शकील अहमद ने कहा कि अल्लाह के आखिरी रसूल मुहम्मद मुस्तफा ने भटकी हुई इंसानियत को सिराते मुस्तकीम पर चलाया। आपने कहा कि जो बिना वजह किसी का कत्ल करता है तो ऐसा है उसने सारी इंसानियत का कत्ल कर दिया। आपने दुश्मनों व तकलीफ पहुंचाने वालों को माफ करके सब्र व इस्तकामत का दर्स दिया। मौलाना ने कहा कि हमे रसूले पाक की सुन्नतों पर अमल कर हमे इश्के रसूल का सबूत देना चाहिए। जलसे की सदारत मौलाना राशिद हुसैन व संचालन खुर्शीद अनवर ने किया। इस मौके पर कमर नकवी, मरगूब सिद्दीकी, हाजी अब्दुल कय्यूम राईनी, बाबर जैदी, जौहर अली, शीबान कादरी, हारून जैदी, अफजाल अहमद, असद जैदी, मास्टर साकिब, अजमत, फहीम शाहनवाज, इकराम हुसैन जैदी, जहीर अहमद, मंसूर अहमद, मौ. नजम, उवैस मुस्तफा रिजवी, शफीक अहमद, रौनक सलमानी, डा.पाशा, शहजाद अहमद मौजूद थे। सोमवार को चौथा जलसा मोहल्ला चाहगौरी में मुनाकिद होगा।
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