कृष्ण भक्तों के लिए अच्छी खबर, यूपी के इस जिले में राधा-कृष्ण का विशाल मंदिर बनाएगा इस्कॉन, टीम ने देखी जमीन
कृष्ण भक्तों के लिए यह खबर रोमांचित करने वाली है। अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा झांसी में विशाल मंदिर बनाने की तैयारी में है। संस्था द्वारा मंदिर के लिए झांसी में जमीन की तलाश तेज कर दी है। पिछले दिनों संस्था के प्रमुख जमीन देखने झांसी भी आए थे और एक जमीन पर संस्था की नजर भी ठहर गई है।
जागरण संवाददाता, झांसी। कृष्ण भक्तों के लिए यह खबर रोमांचित करने वाली है। अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा झांसी में विशाल मंदिर बनाने की तैयारी में है। संस्था द्वारा मंदिर के लिए झांसी में जमीन की तलाश तेज कर दी है।
पिछले दिनों संस्था के प्रमुख जमीन देखने झांसी भी आए थे और एक जमीन पर संस्था की नजर भी ठहर गई है। माना जा रहा है कि इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद की कर्मस्थली झांसी में संस्था द्वारा ऐतिहासिक और भव्य मंदिर बनाया जाएगा, ताकि दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आ सकें।
1965 में हुई थी इस्कॉन की स्थापना
सांसारिक जीवन से संन्यास लेने के बाद भ्रमण पर निकले भक्ति वेदान्त स्वामी श्रील प्रभुपाद ने लम्बा समय झांसी में बिताया। यहां से वह न्यूयॉर्क (अमेरिका) चले गए और वर्ष 1965 में अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) की स्थापना की। इसके बाद विश्व भर में इसका विस्तार होता चला गया।
भारत में ही इस्कॉन के 850 से अधिक मंदिर हैं। झांसी में भी फूटा चौपड़ा में इस्कॉन का मंदिर बनाया गया है, लेकिन यहाँ पहुँचने का मार्ग संकरा होने के कारण श्रद्धालुओं को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अब श्रील प्रभुपाद की कर्मस्थली पर इस्कॉन भव्य मंदिर बनाने की तैयारी में है।
झांसी इस्कॉन मंदिर को लेकर चर्चा
सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों इस्कॉन की जनरल वार्ड कमेटी के जोनल सेक्रेटरी देवकीनंदन दास मुम्बई से झांसी आए। उन्होंने इस्कॉन कानपुर मंदिर के अध्यक्ष प्रेम हरनाम दास व झांसी इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ब्रजभूमि दास के साथ झांसी इस्कॉन मंदिर को लेकर चर्चा की तथा इसके लिए जमीन देखी।
सूत्रों की मानें तो संस्था द्वारा एक जगह लगभग 2 एकड़ जमीन चिह्नित कर ली है, जिसे अब संस्था के नाम कराने की तैयारी की जा रही है। अगर यह डील फाइनल हो जाती है तो इस जमीन पर इस्कॉन द्वारा राधा-कृष्ण का भव्य मंदिर बनाया जाएगा।
हालांकि झांसी इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष ब्रजभूमि दास ने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया। उन्होंने माना कि भविष्य में यहाँ राधा-कृष्ण का भव्य मंदिर बनाया जाएगा, लेकिन इस प्रस्ताव की स्थिति को लेकर कोई जवाब नहीं दिया।