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बिच्छू के काटने से विद्यार्थी की मौत, इलाज के स्थान पर झाड़-फूंक कराने वाला प्रधानाध्यापक निलम्बित

अरुण को बिच्छू काटने की सूचना प्राप्त होने के बाद भी प्रधानाचार्य ने उसे अस्पताल ले जाने की जगह झाड़-फूंक से इलाज शुरू करा दिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 05:10 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 05:10 PM (IST)
बिच्छू के काटने से विद्यार्थी की मौत, इलाज के स्थान पर झाड़-फूंक कराने वाला प्रधानाध्यापक निलम्बित
बिच्छू के काटने से विद्यार्थी की मौत, इलाज के स्थान पर झाड़-फूंक कराने वाला प्रधानाध्यापक निलम्बित

झांसी, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक स्कूलों की हालत दयनीय है। झांसी में ग्रीष्मावकाश के बाद खुले स्कूल में एक छात्र ने जमीन पर बैठने के लिए जैसे ही अपना टाट झाड़ा तो उसमें बैठे बिच्छू ने कक्षा चार के छात्र अरुण को काट लिया। अरुण को बिच्छू काटने की सूचना प्राप्त होने के बाद भी प्रधानाचार्य ने उसे अस्पताल ले जाने की जगह झाड़-फूंक से इलाज शुरू करा दिया।

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झांसी के मऊरानीपुर के ग्राम वीरा में संचालित प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चार में पढऩे वाला अरुण पुत्र राजेश कुमार मंगलवार की सुबह अपनी कक्षा में पहुंचा। इस दौरान उसने फर्श पर बैठने के लिए जैसे ही टाट-पट्टी पैर से हटाई, तो उसे बिच्छू ने काट लिया। आरोप है कि इसके बाद स्कूल के टीचर और प्रिंसिपल बच्चे को अस्पताल ना ले जाकर झाड़-फूंक कराई गई और जब बच्चे की तबीयत ज्यादा बिगडऩे लगी तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। स्कूल के प्रिंसिपल ने बच्चों से सफाई करवाने की बात से इनकार किया है। उन्होंने माना की बच्चे को अस्पताल ले जाने से पहले झाड़-फूंक कराई थी।

मामले की जानकारी होते ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निलम्बित करने का आदेश दिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरवंश कुमार ने खण्ड शिक्षा अधिकारी मऊरानीपुर को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। रिपोर्ट में बताया गया कि घटना के वक्त प्रधानाध्यापक विद्यालय से गायब थे। खण्ड शिक्षा अधिकारी मऊरानीपुर की रिपोर्ट के बाद बीएसए ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। बीएसए हरवंश कुमार ने बताया कि इस मामले में प्रधानाध्यापक के गायब होने की भूमिका साफ स्पष्ट करती है कि घटना की जानकारी लगने के बाद भी वह न तो विद्यार्थी के परिजनों से मिलने गए और न ही उक्त प्रकरण में दिलचस्पी लेते हुए उनकी मदद की।

घटना के बाद बीएसए ने एक पत्र जारी करते हुए जनपद में संचालित हो रहे सभी प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक- शिक्षिकाओं को निर्देश देते हुए कहा कि है कि सुबह जब विद्यार्थी कक्षाओं में पढऩे आयें, तो सबसे पहले कक्षों की अच्छी तरह से साफ-सफाई करा ली जाए। विद्यार्थियों के बैठने वाले स्थान को अच्छी तरह से चेक करा लिया जाए, बारिश के मौसम में कीड़ों से विद्यार्थियों को बचाने के लिए विद्यालयों में कीटनाशक दवा का छिड़काव अवश्य कराएं, ताकि किसी भी विद्यार्थी किसी अप्रिय घटना का शिकार न होना पड़े।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक स्कूलों को पांच दिन पहले ही खोलने का आदेश दिया था। जिससे कि स्कूल के अध्यापकों के साथ अन्य कर्मचारी स्कूलों में गंदगी को हटाने के साथ ही नये सत्र की बेहतर तैयारी कर लें। इसके बाद भी झांसी में सीएम योगी आदित्यनाथ के इस निर्देश पर काम नही किया गया। 


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