2 ह़जार की रिश्वत लेते एआरपी रंगे हाथों पकड़ा
फोटो 1 मऊरानीपुर : एआरपी को पकडे़ ऐण्टि करप्शन की टीम। ::: 0 ऐण्टि करप्शन टीम ने की कार्यवाही
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मऊरानीपुर : एआरपी को पकडे़ ऐण्टि करप्शन की टीम।
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0 ऐण्टि करप्शन टीम ने की कार्यवाही
0 परीक्षा ड्यूटि में मिले नोटिस को समाप्त करने के एवज में शिक्षक से माँगे थे रुपये
मऊरानीपुर (झाँसी) : परीक्षा ड्यटि में न पहुँचने पर जारी नोटिस को ख़्ात्म कराने के लिये एआरपी ने शिक्षक से 5 ह़जार रुपये की रिश्वत माँगी। 2 ह़जार रुपये में सौदा तय कर लिया। शिक्षक ने इसकी शिकायत ऐण्टि करप्शन टीम से की। आज शिक्षक ने जैस ही एआरपी को रुपये दिये, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
मऊरानीपुर खण्ड शिक्षा विभाग में पदस्थ एआरपी गजेन्द्र कुमार को विद्यालयों में सहयोग की ़िजम्मेदारी मिली थी। प्राथमिक विद्यालय मडवा के सहायक अध्यापक पुष्पेन्द्र सिंह का आरोप है कि एआरपी गजेन्द्र सिंह ने परीक्षा ड्यूटि में न पहुँचने पर जारी नोटिस को समाप्त कराने के लिए एवज में 5 ह़जार रुपये की माँग की। उसने मना किया तो 2 ह़जार रुपये देकर मामला रफा-दफा करने की बात कही। इस पर पुष्पेन्द्र ने इसकी शिकायत झाँसी में ऐण्टि करप्शन टीम से की। टीम के मुताबिक बुधवार को दोपहर तय राशि के साथ पुष्पेन्द्र खण्ड शिक्षाधिकारी कार्यालय रुपाधमना पहुँचे। यहाँ एआरपी गजेन्द्र कुमार को जैसे ही 2 ह़जार रुपये दिये, साथ आये ऐण्टि करप्शन टीम के अधिकारियों ने एआरपी को पकड़ लिया। रिश्वत में लिये 2 ह़जार रुपये भी टीम ने उसके पास से बरामद किये। टीम में शामिल निरीक्षक प्रेमकुमार, सुरेन्द्र सिंह, उप-निरीक्षक मुहम्मद इसरार, बीना सिंह, इरशाद खाँ, निरंजन सिंह एआरपी को लेकर मऊरानीपुर कोतवाली पहुँचे। ऐण्टि करप्शन टीम के निरीक्षक ने बताया कि शिकायतकर्ता मडवा के अध्यापक पुष्पेन्द्र सिंह ने 27 जून को झाँसी कार्यालय आकर बताया था कि उसकी परीक्षा में ड्यूटि लगाई गई थी, जिसको लेकर विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया था। जिसको समाप्त कराने के लिए एआरपी गजेन्द्र कुमार द्वारा 5 ह़जार रुपयों की माँग की गयी। इस मामले में 2 ह़जार रुपये खण्ड शिक्षाधिकारी के बाहर लेना तय हुआ था। गौरतलब रहे कि इसी कार्यालय में तैनात खण्ड शिक्षाधिकारी भुवनेन्द्र अड़जरिया को जनवरी 2022 में रिश्वत लेते हुये पकड़ा गया था। भुवनेन्द्र अभी जेल में है।
़फार्मसिस्ट आत्महत्या के मामले में चिरगाँव सीएचसी का प्रभारी चिकित्साधिकारी गिऱफ्तार
0 जालौन के चुर्खी थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम बाबई की रहने वाली थी ़फार्मसिस्ट
0 गुरसराय के सीएचसी में थी तैनात, 3 महीने पहले परिसर में बने कमरे में लगायी थी फाँसी
0 गुरसराय में तैनात रहे प्रभारी चिकित्साधिकारी पर मृतका के पिता ने लगाया था
0 आत्महत्या के लिये उकसाने का आरोप
0 घटना के बाद से ही ़फरार चल रहा था आरोपी
गुरसराय (झाँसी) : 3 महीने पहले सीएचसी में तैनात ़फार्मसिस्ट युवती के आत्महत्या के मामले में पुलिस ने पूर्व में यहाँ तैनात रहे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को गिऱफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। आरोपी वर्तमान में चिरगाँव के सीएचसी में तैनात है।
जालौन ़िजले के चुरखी थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम बाबई निवासी विजय शकर की 26 वर्षीय पुत्री नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ़फार्मसिस्ट के पद पर कार्यरत थी। वह सीएचसी में बने परिसर में रहती थी। लगभग 3 महीने पहले युवती ने कमरे में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतका के पिता ने पूर्व में सीएचसी में तैनात रहे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविन्द्र सिंह के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था। घटना के बाद से ही आरोपी ़फरार चल रहा था। आज पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि ़फार्मसिस्ट की आत्महत्या के मामले का दोषी डॉ. रविन्द्र सिंह चिरगाँव थाना क्षेत्र के हाइ-वे किनारे एक होटल पर रुका है। सूचना पर पुलिस टीम ने दबिश देकर आरोपी को गिऱफ्तार कर लिया। टीम में थानाध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी, शेरपाल सिंह, कुलभूषण सिंह, अंकित पावर, मंजीत सत्यम मिश्रा, प्रिंस कुमार राठौर, पूजा देवी आदि शामिल रहे।