अब कोरोना संक्रमित रोगी भी पोस्टल बैलेट से डाल सकेंगे वोट
0 बूथ पर मतदान करने वालों को आखिरी एक घण्टे में वोट डालने का अवसर मिलेगा 0 मतदान के दिन तक काफी अध
0 बूथ पर मतदान करने वालों को आखिरी एक घण्टे में वोट डालने का अवसर मिलेगा
0 मतदान के दिन तक काफी अधिक हो सकती है संक्रमित रोगियों की संख्या
झाँसी : कोरोना महामारी का संक्रमण बढ़ता देख निर्वाचन आयोग ने बैकअप प्लैन भी बना लिया है। पहले आयोग ने संक्रमित या सन्दिग्ध लोगों के लिए बूथ पर आखिरी एक घण्टा मतदान कराने का निर्णय लिया था, लेकिन अब पोस्टल बैलेट की सुविधा देने की भी तैयारी कर ली है। हालाँकि यह व्यवस्था रोगी की मर्जी पर आधारित है। अगर को संक्रमित रोगी बूथ पर आकर वोट डालना चाहेगा तो मतदान के दिन आखिरी एक घण्टा उनके लिए आरक्षित रखा गया है।
कोरोना महामारी की तीसरी लहर दिनों-दिन ते़ज होती जा रही है। हर दिन संक्रमितों का आँकड़ा 100 के पार पहुँच रहा है। सम्भावना जताई जा रही हैं कि 15 जनवरी से मार्च माह के बीच कोरोना सबसे अधिक प्रभावित करेगा। जिस तरीके से संक्रमण का आक्रमण हो रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव तक रोगियों की संख्या बड़ा आँकड़ा पार कर सकती है। निर्वाचन आयोग ने मतदान के दिन आखिरी एक घण्टे तक कोरोना संक्रमित रोगियों के वोट डलवाने का निर्णय लिया, लेकिन अब जबकि संक्रमण की रफ्तार ते़ज होती जा रही है तो निर्वाचन आयोग को भी अपनी रणनीति बदलनी पड़ गई है। आयोग ने अब कोरोना संक्रमित रोगियों के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की व्यवस्था कर दी है। हालाँकि यह व्यवस्था कोरोना संक्रमित मतदाता की मर्जी के आधार पर की गई है। इसके लिए संक्रमित रोगी को सम्बन्धित बीएलओ से सम्पर्क कर पोस्टल बैलेट की डिमाण्ड करनी होगी। यदि रोगी बूथ पर वोट डालने का निर्णय लेता है तो उसे आखिरी एक घण्टे में वोट डालने दिया जाएगा।
अलग लाइन होगी, गम्भीर रोगी के लिए पीपीई किट तक मिलेगी
कोरोना महामारी के बीच होने जा रहे चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। बूथ पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की जाएगी। पर, कोरोना संक्रमित रोगी के लिए कुछ और विशेष व्यवस्थाएं भी करने के निर्देश दिए गए हैं। शाम को 1 घण्टे में मतदान करने वाले रोगियों की अलग लाइन लगाई जाएगी। यदि कोई गम्भीर रोगी आता है तो उसके लिए पीपीई किट की भी व्यवस्था की जाएगी।
आखिरी 7 दिन होंगे महत्वपूर्ण
कोरोना का संक्रमण ते़जी से बढ़ रहा है। इससे संक्रमित होने वाले रोगियों को 7 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा जाता है। प्रत्येक रोगी का डेटा पोर्टल पर अपलोड होता है। ऐसे में निर्वाचन विभाग ने मतदान से पहले के आखिरी 7 दिन पर निगाहें जमा ली हैं। विभाग के सामने यह स्थिति पहले ही साफ हो जाएगी कि मतदान के दिन लगभग कितने रोगी वोट डालने बूथ पर जाएंगे और कितने पोस्टल बैलेट से वोट डालेंगे। इसके अनुसार ही रणनीति बनाई जाएगी।
मतदाता का टेम्प्रेचर अधिक आने पर भी आखिरी में डालने दिया जाएगा वोट
निर्वाचन विभाग ने इस बार प्रत्येक मतदान केन्द्र पर कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्णय लिया है। यहाँ प्रत्येक मतदाता की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसके बाद ही वोट डालने दिया जाएगा। यदि किसी मतदाता का टेम्प्रेचर अधिक आता है तो उसे वोट डालने के लिए रोक दिया जाएगा। कुछ देर में भी टेम्प्रेचर सामान्य नहीं होता है तो मतदान के आखिरी घण्टे में ही वोट डालने की अनुमति दी जाएगी।
फोटो : 12 एसएचवाई 19
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इन्होंने कहा
'कोरोना संक्रमण ते़जी से बढ़ रहा है। ऐसे में संक्रमित रोगियों के लिए पोस्टल बैलेट से मतदान की व्यवस्था की जा रही है। यदि कोई संक्रमित मतदाता बूथ पर वोट डालना चाहेगा तो मतदान के दिन आखिरी 1 घण्टे में मतदान कराया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक बूथ पर प्रबन्ध किए जाएंगे। कोरोना मरीज का पूरा डेटा पोर्टल पर अपलोड रहता है, इसलिए आखिरी 7 दिन में स्थिति सामने आ जाएगी।'
0 संजय पाण्डेय
अपर ़िजलाधिकारी (नमामि गंगे)
फाइल : राजेश शर्मा