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डेढ़ वर्ष बाद फिर होगी मण्डी शुल्क की वसूली

0 मण्डी समिति तैयारी में जुटी 0 कृषि कानून की वापसी का आदेश जारी होते ही शुरू हो जायेगी कवायद झ

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 09:00 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 09:00 PM (IST)
डेढ़ वर्ष बाद फिर होगी मण्डी शुल्क की वसूली
डेढ़ वर्ष बाद फिर होगी मण्डी शुल्क की वसूली

0 मण्डी समिति तैयारी में जुटी

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0 कृषि कानून की वापसी का आदेश जारी होते ही शुरू हो जायेगी कवायद

झाँसी : डेढ़ फीसद शुल्क बचाने के लिए मण्डी समिति परिसर के बाहर कारोबार करने वाले व्यापारियों से अब फिर मण्डी शुल्क वसूला जायेगा। कृषि कानून लागू होते ही कारोबारियों ने मण्डी के बाहर अपना कारोबार शुरू कर दिया था। अब मण्डी समिति के अधिकारियों को कृषि ़कानूनों की वापसी का आदेश लागू होने का इन्तजार है।

5 जून 2020 को कृषि कानून लागू होने के बाद नवीन गल्ला के बाहर अधिकांश व्यापारी कारोबार करने लगे थे। मण्डी में लगभग 350 से अधिक कारोबारी हैं। इससे उनका 1.5 प्रतिशत शुल्क लगा, क्योंकि कृषि कानून में कहा गया था कि मण्डी के बाहर कारोबार करने वालों से मण्डी शुल्क नहीं लिया जायेगा। इससे बस स्टैण्ड के समीप स्थित मण्डी में काफी प्रभाव पड़ा था। उसकी आय घट गयी थी, अब मण्डी समिति का मुख्य जरिया भोजला स्थित गल्ला मण्डी व नवीन फल व सब्जी मण्डी है। करोड़ों रुपये मासिक आमदनी देने वाली मण्डियों से सीमित शुल्क ही मिल रहा था। कारोबारियों ने अधिकारियों को 5 जून 2020 के बाद से ही शुल्क देने से इन्कार कर दिया था। अब मण्डी समिति कृषि कानूनों के वापस होने के आदेश का इन्तजार कर रही है। इसके बाद जो कारोबारी मण्डी के बाहर भी कारोबार कर रहे हैं, उनसे भी शुल्क वसूला जायेगा।

इन्होंने कहा

'कृषि कानून वापस होने पर परिसर के बाहर कारोबार कर रहे कारोबारियों को भी मण्डी शुल्क देना होगा। गल्ला व्यापारियों से 1.5 प्रतिशत तो सब्जी व फल व्यापारियों से 1 प्रतिशत मण्डी शुल्क लिया जायेगा।'

पंकज शर्मा

सचिव, कृषि उत्पादन मण्डी समिति झाँसी

सब्जी-फल व्यापारियों को भोजला में दुकानें मिलने का इन्त़जार

वर्तमान में भोजला स्थित मण्डी की 124 दुकानों में गल्ला व्यापारी कारोबार कर रहे हैं। मण्डी समिति ने उन्हें दुकानों के अलावा गोदाम एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी हैं। बावजूद इसके कई गल्ला व्यापारियों को दुकानें नहीं मिल सकीं। बस स्टैण्ड के पास स्थित सब़्जी व फल मण्डी में भारी वाहनों को लोडिंग, अन-लोडिंग में दिक्कत होती है। मण्डी समिति चाहती है कि सब़्जी व फल मण्डी को भी भोजला मण्डी भेजा जाये, जिससे व्यापारियों की समस्या दूर हो सके। इस समस्या को दूर करने के लिए मण्डी सचिव ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। इसमें गल्ला की 100, फल की 100 और सब़्जी की 150 दुकानों का निर्माण कराये जाने की अनुमति माँगी है। नये कृषि कानून लागू होने के कारण प्रस्ताव को पारित होने में देरी हो रही थी, अब कृषि कानून वापस होने पर जल्द ही मुख्यालय दुकानों के निर्माण के लिए हरी झण्डी दे देगा।

फोटो : 1 जेएचएस 3

फल मण्डी में कारोबार करने वाले हरजीत सिंह का कहना है कि मण्डी में बड़ी संख्या में लाइसन्स धारक व्यापारी हैं। कई लोगों को दुकानें नहीं मिल पायीं, वे बाहर से व्यापार करते हैं। भोजला मण्डी में दुकानों का निर्माण होने से सभी व्यापारियों को दुकानें मिल जायेंगी।

फोटो : 1 जेएचएस 4

कारोबारी हाजी अ़जीम का कहना है कि शहर के बीचों-बीच बड़ा कारोबार होने से हौच-पौच मची रहती है। वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है। भोजला मण्डी में कारोबार शुरू होने से सहूलियत होगी। मण्डी में सब्जी व फलों का कारोबार शुरू होने का इन्त़जार हो रहा है।

फोटो : 1 जेएचएस 18

फल व्यापारी मो. शरीफ खान का कहना है कि नवीन फल मण्डी में दुकानें सीमित हैं। गाड़ी मोड़ने के लिए भी स्थान कम है। एक ही दुकान में पूरे परिवार के सदस्य काम कर रहे हैं। जबकि परिवार के सदस्य बढ़ चुके हैं, कई नये लोगों ने कारोबार चालू किया, लेकिन उन्हें दुकानें नहीं मिल पायीं। भोजला मण्डी में इतनी दुकानों का निर्माण हो जाये कि सबको दुकानें मिल जायें।

फाइल : दिनेश परिहार

समय : 8:50

1 दिसम्बर 2021


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