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अमर ज्योति विजय मशाल यात्रा ने जगाई राष्ट्रप्रेम की अलख

फोटो : 1 बीकेएस 1 झाँसी : अमर ज्योति मशाल के स्वागत में गीत प्रस्तुत करतीं छात्राएं। -जागरण :::

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Dec 2021 08:32 PM (IST)Updated: Wed, 01 Dec 2021 08:32 PM (IST)
अमर ज्योति विजय मशाल यात्रा ने जगाई राष्ट्रप्रेम की अलख

फोटो : 1 बीकेएस 1

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झाँसी : अमर ज्योति मशाल के स्वागत में गीत प्रस्तुत करतीं छात्राएं। -जागरण

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झाँसी : कुलसचिव को अमर ज्योति मशाल सौंपते सेना के अधिकारी। -जागरण

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झाँसी : शिक्षक और विद्यार्थियों को सम्बोधित करते कैप्टन लालरैम डीका। -जागरण

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झाँसी : अमर ज्योति मशाल संग कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राएं। -जागरण

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0 वीरांगना की धरती पर किया गया भव्य स्वागत

- भारत-पाकिस्तान युद्ध में बनाई रणनीति और शौर्यगाथा से विद्यार्थियों को अवगत कराया

झाँसी : आ़जादी के अमृत महोत्सव और युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर विजय के स्वर्ण जयन्ती वर्ष में 16 दिसम्बर 2020 को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रज्ज्वलित की गई चार विजय ज्योति में से एक कैप्टन लालरैम डीका के नेतृत्व में बुधवार को बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय पहुँची। यहाँ विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी प्रो. सुनील काबिया के नेतृत्व में एनसीसी कैडिट्स ने विजय ज्योति मशाल का जोरदार स्वागत किया।

गाँधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कैप्टन लालरैम डीका ने कहा कि वर्ष 1971 के भारत-पाक बीच युद्ध में भारतीय सेना की जीत के अवसर पर स्वर्ण जयन्ती मनाने की श्रृंखला में यह ज्योति शौर्य एवं पराक्रम की धरती झाँसी आई है। 16 दिसम्बर को यह दिल्ली पहुँचेगी। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों सेना के त्याग और पराक्रम से अवगत भी कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव नारायण प्रसाद ने कहा कि शहीद सैनिकों की शहादत को हम नमन करते हैं। अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम संयोजक प्रो. सुनील काबिया ने कहा कि अमर ज्योति हमें अपने राष्ट्र गौरव से परिचित कराती है। लेफ्टिनेण्ट कर्नल चन्द्रेश चौधरी ने अपने सम्बोधन में पाकिस्तान द्वारा थोपे युद्ध और भारतीय सेना द्वारा 93 ह़जार पाकिस्तानी सैनिकों को युद्धबन्दी बनाने के लिए तत्कालीन प्रधानमन्त्री इन्दिरा गाँधी एवं भारतीय सेना अध्यक्ष सैम मानेक शॉ की युद्ध नीति के बारे में बताया। 56 यूपी बटालियन एनसीसी के कमान अधिकारी कर्नल हर्ष प्रिंजा ने कहा कि एनसीसी हमेशा आपदा के समय आगे बढ़कर लोगों की मदद करती है। इससे पहले कैप्टन लालरैम डीका द्वारा कुलसचिव नारायण प्रसाद को औपचारिक तौर पर विजय मशाल सौंपी गई। कार्यक्रम में एनसीसी कैडिट हर्षिता गौतम, वैष्णवी, सैजल साहू, नैन्सी सचान, गौरी, दिव्या साहू, मानसी जैन, संगीता पाल, पूजा चौरसिया, वन्दना पाल, खुशी, कशिश साहू और श्रुति ने देशभक्ति गीत व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस मौके पर युद्ध से सम्बन्धित पोस्टर, चित्र, सेना के उपकरण और बांग्लादेश की आ़जादी के नायकों की चित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई। सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. मोहम्मद नईम ने संचालन व राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मुन्ना तिवारी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर में निदेशक शोध प्रो. एसपी सिंह, अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. सीबी सिंह, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत बिसारिया, सम्पत्ति अधिकारी डॉ. डीके भट्ट, डॉ. अतुल गोयल, डॉ. सुनील त्रिवेदी, डॉ. सुनीता, डॉ. राधिका चौधरी, डॉ. संजय निमोरिया, डॉ. विनीत, डॉ. अजय कुमार गुप्ता, डॉ. भुवनेश्वर मस्तानिया, डॉ. महेन्द्र कुमार, डॉ. अनुपम व्यास, डॉ. बृजेश कुमार सिंह, हेमन्त चन्द्रा, ऋतिका यादव के साथ ही सेना के मेजर मणिकान्त, मेजर सुनील, सूबेदार मनजीत व सूबेदार जयप्रकाश सहित सैन्य अधिकारी एवं सैनिक भी उपस्थित रहे।

आर्मी स्कूल में भी विजय मशाल का स्वागत हुआ

विजय मशाल अमर ज्योति लेकर झाँसी पहुँचे कैप्टन लालरैम डीका का आर्मी पब्लिक स्कूल में स्वागत किया गया। इस मौके पर स्कूल की प्रधानाचार्या मीनाक्षी पंजवानी ने औपचारिक तौर पर मशाल स्वीकार की। इस मौके पर लेफ्टिनेण्ट कर्नल चन्द्रेश चौधरी, मेजर सुनील कुमार व लेफ्टिनेण्ट दीपांकर शर्मा उपस्थित रहे।

फाइल : वसीम शेख

समय : 08 : 00

1 दिसम्बर 2021


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