Move to Jagran APP

पार्किंग के कई ठेके निरस्त, फिर भी वसूली

0 बस स्टैण्ड पर प्रतिदिन के हिसाब से ठेका देने के बाद कर दिया था बन्द 0 अब नगर निगम ने बस स्टैण्ड

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 08:33 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 08:33 PM (IST)
पार्किंग के कई ठेके निरस्त, फिर भी वसूली
पार्किंग के कई ठेके निरस्त, फिर भी वसूली

0 बस स्टैण्ड पर प्रतिदिन के हिसाब से ठेका देने के बाद कर दिया था बन्द

loksabha election banner

0 अब नगर निगम ने बस स्टैण्ड से शुल्क वसूली के लिए लगाए गार्ड

0 बस स्टैण्ड समेत 4 जगह के अलावा और कहीं नहीं है ठेका

झाँसी : नगर निगम को पार्किंग स्थलों का ठेका देने से अच्छी खासी आय होती थी, लेकिन कोरोना की वजह से यह व्यवस्था पटरी पर नहीं आ सकी। समय-समय पर ठेके की व्यवस्था बदलती रही और आज हालात यह हैं कि 12 स्थानों में से सिर्फ 3 स्थानों पर ही पार्किंग ठेका चल रहा है। जानकर आश्चर्य होगा कि इसके बाद भी वसूली कई जगह हो रही है। बस स्टैण्ड के ठेके की तो जानकारी तक नहीं लग सकी कि कब बन्द और कब शुरू हो गया, लेकिन यहाँ पर भी वसूली लगातार जारी रही। अब नगर निगम ने यहाँ पर अपने गार्ड उतारे हैं।

नगर निगम शहर के 12 पार्किंग स्थलों का हर साल ठेका करता था। इससे उसको लाखों रुपए की आय होती थी। जब से कोरोना महामारी ने दस्तक दी है, यह व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है। आज हालात यह हैं कि कहाँ पर ठेका चल रहा है और कहाँ पर बन्द हैं, यह पता ही नहीं चल रहा है। कुछ जगहों पर प्रतिदिन के हिसाब से ठेका दिए जाने से और भी हालात खराब हो गए। इस बीच में कई पार्किंग स्थलों के ठेके बन्द और खुलते रहे। बन्द के दौरान भी कुछ लोग वसूली करते रहे। इससे नगर निगम के खजाने को काफी चोट पहुँची। बस स्टैण्ड का ठेका वर्ष 2018-19 में एक साल के लिए 15.52 लाख में हुआ था। यहाँ से नगर निगम को प्रतिदिन 4,250 रुपए मिलते थे। इसके बाद भी ठेका हुआ, लेकिन बीच में कोरोना आ गया, जिससे बसों के पहिये थमने से ठेका गड़बड़ा गया। इसके बाद प्रतिदिन के हिसाब से ठेके पर दिया गया। वह भी कुछ दिन चला और बीच में बन्द होता रहा, लेकिन वसूली बदस्तूर जारी रही और यह सीधे ठेकेदार की जेब में जाती रही। यहाँ का ठेका पिछले कई दिनों से बन्द चल रहा था, जब कोई भी आगे नहीं आया तो लगभग 12 दिन पहले नगर निगम ने यहाँ पर अपने गार्ड लगा दिए, लेकिन यह गार्ड उतने रुपए वसूल नहीं कर पा रहे हैं, जितने रुपये ठेकदार देता था। इसी प्रकार की झोल अन्य पार्किंग स्थल पर भी चल रही है, जबकि नगर निगम प्रशासन ने पिछले माह ही 5 पार्किंग स्थल को निरस्त ही कर दिया है। इस समय मोतीलाल पुस्तकालय, रानीमहल और लक्ष्मीबाई पार्क को छोड़ दिया जाए तो कहीं भी ठेका नहीं है। इस सम्बन्ध में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी धीरेन्द्र मोहन कटियार ने बताया कि बस स्टैण्ड पर नगर निगम अपने गार्ड से पार्किंग शुल्क वसूल करा रही है। कुछ बस ऑपरेटर शुल्क नहीं दे रहे हैं, जिस पर पुलिस को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि 3 स्थानों मोतीलाल पुस्तकालय, रानीमहल, रानी लक्ष्मी नगर के ठेके को 31 मार्च 2022 तक के लिए दिया गया है। शेष कहीं पर भी ठेका नहीं दिया गया है। यदि वहाँ पर कोई शुल्क वसूली कर रहा है तो वह गैरकानूनी है।

रानी लक्ष्मीबाई पार्क को पूरे समय खोला जाए

झाँसी : हरे-भरे पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे फूल और पत्तियों के बीच बैठने का आनन्द सिर्फ पार्क में ही मिलता है। शहरवासियों को इसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। यह शिकायत लेकर आज कई लोग नगर निगम में पहुँचे।

उन्होंने बताया कि शहर के बीचों-बीच रानी लक्ष्मीबाई और मैथिलीशरण गुप्त पार्क हैं। कोरोना काल में इनको पूरी तरह से बन्द करने के बाद जैसे-जैसे केस कम होते गए पार्क के खुलने का समय बढ़ता चला गया। वर्तमान में केस शून्य चल रहे हैं। इसके बाद भी पार्क को सुबह और शाम ही खोला जा रहा है। लोगों का कहना है कि पार्क को पूरे समय खोला जाए ताकि लोग दिन में भी यहाँ आकर आनन्द ले सके।

16 इरशाद-2

समय : 7.55 बजे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.