झाँसी में बीटेक कर रहे छात्र की महोबा में डूबने से मौत
- मृतक के पिता महोबा के चरखारी सीएचसी में हैं कार्यरत - कुछ दिन पहले ही झाँसी से चरखारी घर पर गया
- मृतक के पिता महोबा के चरखारी सीएचसी में हैं कार्यरत
- कुछ दिन पहले ही झाँसी से चरखारी घर पर गया था मृतक
झाँसी : चरखारी (महोबा) कस्बा के खदिया मोहल्ला निवासी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत सलिल कुमार खरे का एकलौता पुत्र अभय उर्फ सनी खरे बुधवार शाम अर्जुन बाँध के पास से निकले नाले में फिसल कर गिर गया, इससे वहाँ अ़फरा-त़फरी मच गयी। सूचना पर सीओ उमेशचन्द्र, एसएचओ शशि कुमार पाण्डेय पुलिस ़फोर्स और गोताखोरों के साथ घटनास्थल पर पहुँचे और युवक की तलाश में नाला में जाल डलवाकर तलाश प्रारम्भ की। देर शाम युवक का शव नाला से 5 किलोमीटर दूर लुहारी गाँव के पास झाड़ियों में फँसा मिला।
मृतक के पिता ने बताया कि 21 वर्षीय अभय खरे झाँसी के एक निजी कॉलिज से बीटेक कर रहा था। लॉकडाउन के चलते कॉलिज बन्द था, इसलिए वर्तमान में वह घर पर ही था। बुधवार को वह मोहल्ले के अपने दोस्तों के साथ अर्जुन बाँध के पास सैर करने आया था। ओवरफ्लो होने के कारण बाँध के 3 फाटक इस समय खुले हैं। वहाँ से ते़ज बहाव में पानी नाले में आ रहा था। अभय नाले के पास ही खड़ा था कि अचानक पैर फिलसने से वह उसमें गिर गया। दोस्तों ने बचाव के लिए शोर मचाया। लोगों की सूचना पर स्वजन व पुलिस मौके पर पहुँची। सीओ ने गोताखोरों को बुला कर नाले में काफी दूर जाल डलवाया। सिंचाई विभाग को सूचना देकर बाँध के गेट बन्द कराए गए। अर्जुन बाँध व नाला के पास लाइटिंग की व्यवस्था की गई। सूचना पर एसडीएम रमेश कुमार भी पहुँच गए। रात लगभग पौने आठ बजे युवक का शव बाँध से लगभग 5 किमी दूर लुहारी गाँव के पास नाला की झाड़ियों में फँसा मिला। शव मिलते ही स्वजन में कोहराम मच गया। अभय की मौत से उनकी माँ साधना बेहोश हो गई। स्वजन ने उन्हें किसी तरह सँभाला। अभय अपने दो बहनों (शिवानी व कुन्ती) का एकलौता भाई था।