खिलाड़ियों का भविष्य सँवारेगा स्पोर्ट्स कॉलिज
लोगो : खेल मैदान से - मुकेश त्रिपाठी :::: 0 बबीना में 11 एकड़ ़जमीन पर हो रहा निर्माण 0 6 खेल
लोगो : खेल मैदान से
- मुकेश त्रिपाठी
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0 बबीना में 11 एकड़ ़जमीन पर हो रहा निर्माण
0 6 खेलों के प्रशिक्षण के साथ इण्टर तक की पढ़ाई भी होगी
झाँसी : खेल में भविष्य तलाशने वाले झाँसी के युवाओं को अब लखनऊ, गोरखपुर या सेफई के स्पोर्ट्स कॉलिज में प्रवेश की कतार में नहीं लगना होगा। झाँसी के बबीना में स्पोर्ट्स कॉलिज की नींव रखी जा चुकी है। हालाँकि यह कॉलिज प्राइवेट है, लेकिन खेल प्रतिभाओं के लिए यह गेम चेंजर साबित हो सकता है।
निजी हाथों में होगी कमान
बबीना में महर्षि वाल्मीकि हाइस्कूल संचालित है। इसकी प्रबन्ध समिति ने विद्यालय से सटी ़जमीन खरीदकर 11 एकड़ में स्पोर्ट्स कॉलिज खोलने की कवायद शुरू कर दी है। इसका निर्माण जोरों पर चल रहा है।
इन खेलों का होगा प्रशिक्षण
स्पोर्ट्स कॉलिज में फुटबॉल, कुश्ती, एथलेटिक्स, बैडमिण्टन, वॉलिबॉल व क्रिकेट के गुर सिखाये जाएंगे। साथ ही उन्हें कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा भी दी जायेगी। यहाँ से बच्चों को उनकी योग्यतानुसार बड़े स्तर की प्रतियोगिताओं में भेजा जायेगा।
यह मिलेंगी सुविधा
स्पोर्ट्स कॉलिज में कक्षाएं तो पहले से बनी हैं। अब इन्हें अपग्रेड किया जा रहा है। साथ ही मेस, बैडमिण्टन कोर्ट, वॉलिबॉल कोर्ट, क्रिकेट मैदान, फुटबॉल मैदान, कुश्ती के लिये गद्दे वाला हॉल, ट्रैक, हॉस्टल आदि का निर्माण किया जायेगा। इस पर लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत आने की सम्भावना है।
यह बने सहभागी
इस स्कीम की शुरूआत विद्यालय की प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष असद उल्ला खान ने की। उनके प्रस्ताव पर जेडीसीए के सचिव अरविन्द कपूर, अनिल पहलवान, केशभान सिंह पटेल, अजय मिश्रा, अर्जुन सिंह, आभा निरंजन, सुदर्शन शिवहरे, कपिल पटेल ने सहमति जताई तथा हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया है। नया सवेरा के अध्यक्ष यशपाल सिंह यादव एवं द्रोणाचार्य अवॉर्डी व प्रसिद्ध ऐथलीट हरगोविन्द सन्धू ने आर्थिक सहयोग का भरोसा दिया है।
सेना व पुलिस को नि:शुल्क प्रशिक्षण की सुविधा
असद उल्ला खान के अनुसार वर्ष 2022 में कॉलिज संचालित हो जायेगा। यहाँ 80 प्रतिशत कोटा बुन्देलखण्ड विशेषकर ग्रामीण बच्चों के लिये आरक्षित रहेगा। साथ ही पुलिस, सेना व बीएसएफ में जाने के इच्छुक युवाओं को नि:शुल्क फिजिकल ट्रेनिंग की सुविधा भी दी जायेगा।
सभी फोटो हाफ कॉलम
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खेल जानकारों में खुशी
'जानकारी हुयी है कि बबीना में स्पोर्ट्स कॉलिज खुलने जा रहा है। जिसने भी यह प्रयास किया वह बधाई का पात्र है। इससे बुन्देलखण्ड में खेलों का और अधिक विकास होगा तथा अच्छे स्तर के खिलाड़ी निकलकर सामने आएंगे।'
विनोद गर्ग
सचिव, ़िजला फुटबॉल असोसिएशन
'झाँसी में स्पोर्ट्स कॉलिज खुलना हम लोगों के लिये सौभाग्य की बात है। इससे खिलाड़ियों को अच्छा प्लैटफॉर्म मिलेगा। खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को माँझ सकेंगे और उनका टैलेण्ट उभरकर सामने आयेगा।'
कुणाल यादव, अण्डर-23 क्रिकेटर।
'स्पोर्ट्स कॉलिज झाँसी में खुलने से प्लेयर को नियमित प्रशिक्षण और अच्छी खुराक मिलेगी। अच्छे प्रशिक्षकों की देखरेख में खिलाड़ी अच्छा मुकाम हासिल कर सकेंगे, क्योंकि इस क्षेत्र की खेल प्रतिभाएं अभी माहौल न मिल पाने के कारण आगे नहीं बढ़ पातीं।'
उमाभारती राजपूत
ऑल इण्डिया यूनिवर्सिटि, ऐथलीट
'यह कॉलिज केवल झाँसी ही नहीं बल्कि बुन्देलखण्ड के लिये बहुत बड़ी सौगात होगी। उन खिलाड़ियों के पास अच्छा मौका होगा, जो किसी कारणवश लखनऊ, गोरखपुर जाकर प्रशिक्षण नहीं ले पाते। इसमें अगर सरकारी सहयोग मिले तो और अच्छा होगा।'
रिकू सिंह
200 मीटर दौड़ के राष्ट्रीय पदक विजेता एवं स्कूल फेडरेशन ऑफ इण्डिया के रिकॉर्डधारक।
'झाँसी में स्पोर्ट्स कॉलिज बनने से इस पिछड़े क्षेत्र में खेलों का और विकास होगा। हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचन्द के नगर में यह सराहनीय कदम है। इससे गरीब तबके की खेल प्रतिभाओं को बहुत फायदा होगा।'
मुस्कान कुशवाहा
मल्लखम्भ खिलाड़ी।
'स्पोर्ट्स कॉलिज खुलने की खुशी तो है, लेकिन इसमें ताइक्वॉण्डो, कराटे और बॉक्सिंग जैसे खेलों का भी प्रशिक्षण दिया जाये तो और बेहतर होगा। इससे हमारी बहनों को आत्मरक्षा के गुर सीखने को मिलेंगे और वह अच्छी खिलाड़ी भी बन पाएंगी।'
शुभ वर्मा
ताइक्वाण्डो का राष्ट्रीय खिलाड़ी।
फाइल : मुकेश त्रिपाठी