कूड़ा कलेक्शन के टेण्डर से नगर निगम ने पल्ला झाड़ा
0 शासन से होगी टेण्डर प्रक्रिया 0 कार्यकारिणी व सदन की बैठक में पार्षदों ने किया था हंगामा झाँसी
0 शासन से होगी टेण्डर प्रक्रिया
0 कार्यकारिणी व सदन की बैठक में पार्षदों ने किया था हंगामा
झाँसी : डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन को लेकर विवाद गहराने पर अब नगर निगम ने आगामी टेण्डर प्रक्रिया से पल्ला झाड़ लिया है। अब शासन स्तर पर ही नई कम्पनि का निर्धारण किया जाएगा। इसके लिए शुरूआती रिपोर्ट के साथ पत्रावली शासन को भेज दी गई है।
महानगर की स़फाई व्यवस्था में सुधार के लिए नगर निगम ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का निर्णय लिया। वर्ष 2016-17 में इसका टेण्डर किया गया और शर्तो के साथ कम्पनि को काम दे दिया गया। तय हुआ था कि कम्पनि महानगर के घरों से यू़जर चार्ज 40 प्रतिशत वसूलेगी, और इसका 60 प्रतिशत हिस्सा नगर निगम द्वारा चुकाया जाएगा। नगर निगम को यह धनराशि तब देनी, जब कम्पनि प्रत्येक घर से कूड़ा कलेक्शन करती। लेकिन यहाँ कूड़े में ही खेल का तानाबाना बुन लिया गया। अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर कम्पनि ने 25 से 30 प्रतिशत घर से ही कूड़ा कलेक्शन किया और बदले में नगर निगम से 100 प्रतिशत घरों का पैसा ले लिया। कार्यकारिणी की बैठक में पार्षदों ने इस घोटाले पर हंगामा किया, जबकि गत दिवस सदन की बैठक में भी कूड़ा कलेक्शन को लेकर पार्षद ़जोरदार हमलावर हुए। पार्षद जुगल किशोर ने पिछले 5 साल की गणित सदन के समक्ष पेश करते हुए बताया कि कैसे कूड़ा कलेक्शन के नाम पर अब तक लगभग 7.95 करोड़ का घोटाला किया गया और अधिकारी जानते हुए भी कार्यवाही से बचते रहे। सभी पार्षदों ने एक स्वर में कूड़ा कलेक्शन कम्पनि के भुगतान पर रोक लगाने के साथ रिकवरी की माँग की तो महापौर रामतीर्थ सिंघल ने एक माह में जाँच कराने के निर्देश दिए। ऐसे आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए नगर निगम ने कूड़ा कलेक्शन का टेण्डर कराने की ़िजम्मेदारी शासन पर छोड़ दी है। बताया गया है कि टेण्डर प्रक्रिया के लिए सभी आवश्यक दस्तावे़ज शासन को उपलब्ध करा दिए गए हैं। जल्द ही इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
अधिकारी के रिश्तेदार की कम्पनि
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन में घोटाले का खेल विभाग के ही कुछ 'विभीषण' ने रचा है। सदन की बैठक में पार्षद महेश गौतम, सुलेमान मंसूरी ने खुलकर आरोप लगाया कि कूड़ा कलेक्शन की कम्पनि विभाग के ही एक अधिकारी के रिश्तेदार की है।
1 साल पहले खत्म हो चुका टेण्डर
कूड़ा कलेक्शन करने वाली कम्पनि का टेण्डर 2019 में समाप्त हो चुका है, लेकिन नगर निगम द्वारा इसी कम्पनि से काम लिया जा रहा है। पार्षदों द्वारा जब भी मामला उठाया जाता है तो टेण्डर प्रक्रिया जल्द कराने की बात कहकर टाल दिया जाता है, लेकिन अब विभाग ने शासन स्तर से ही पूरी कार्यवाही कराने की तैयारी की है, ताकि किसी तरह का विवाद होने पर अधिकारी शासन की आड़ ले सकें।
आगरा में 2 कम्पनि पर दर्ज हो चुकी एफआइआर
गोलमाल करने में माहिर कूड़ा कलेक्शन करने वाली 6 में से 2 कम्पनि ने आगरा में भी ऐसे ही गुल खिलाए, लेकिन सेटिंग-गेटिंग का खेल नहीं चल पाया। वहाँ कम्पनि के खिलाफ मु़कदमा भी पंजीकृत किया जा चुका है। पार्षदों का आरोप भी यही है कि जब आगरा नगर निगम द्वारा कार्यवाही की जा सकती है तो झाँसी में कम्पनि को क्यों बचाया जा रहा है?
एसआइटी जाँच के लिए जुटाए सुबूत
डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कम्पनि द्वारा किए जा रहे घोटाले को लेकर शुरू से ही हमलावर रहे पार्षद विकास खत्री, महेश गौतम, दिनेश प्रताप सिंह दीपू व विमल किशोर ने अब इस मामले की एसआइटी जाँच कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सबूत एकत्र किए जा रहे हैं, जिसके बाद शासन से जाँच की माँग की जाएगी। अगर मामला एसआइटी तक पहुँचा तो कम्पनि के साथ कई अधिकारियों पर भी शिकंजा कस सकता है।
बीच में बॉक्स
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हाफ कॉलम फोटो
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इन्होंने कहा
'डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की टेण्डर प्रक्रिया अब शासन स्तर से कराई जाएगी। प्रयास होंगे कि राष्ट्रीय स्तर की कम्पनि यहाँ काम करे और महानगर को कूड़े से निजात मिल सके। इसके लिए झाँसी से तमाम अभिलेख शासन को उपलब्ध करा दिए गए हैं।'
0 अवनीश राय, नगर आयुक्त
फाइल : राजेश शर्मा
समय : 6.00
22 सितम्बर 2020