Move to Jagran APP

लॉकडाउन की भरपाई के लिए रेलवे ने बनाया ब्लूप्रिण्ट

- डीआरएम ने लॉकडाउन में हुए कार्यो की जानकारी दी - मालभाड़ा ग्राहकों की सुविधा के लिए 9794831249 नम

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 01:00 AM (IST)
लॉकडाउन की भरपाई के लिए रेलवे ने बनाया ब्लूप्रिण्ट

- डीआरएम ने लॉकडाउन में हुए कार्यो की जानकारी दी

loksabha election banner

- मालभाड़ा ग्राहकों की सुविधा के लिए 9794831249 नम्बर जारी किया

झाँसी : मण्डल रेल प्रबन्धक सन्दीप माथुर द्वारा ऑनलाइन पत्रकार वार्ता की गई। इसमें उन्होंने मण्डल स्तर बि़जनेस डिवेलपमेण्ट यूनिट (बीडीयू) एवं माल लदान बढ़ाने के बारे में मण्डल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की। इसके साथ ही कोविड-19 से जुड़ी सावधानियाँ व इस दौरान लॉकडाउन पीरियड में मण्डल द्वारा किये गए कार्यो के बारे में भी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि रेलवे माल लदान को वर्ष 2024 तक दोगुना करने के महत्वकाक्षी लक्ष्य पर काम कर रही है। इसे प्राप्त करने के लिए रेलवे गैर थोक वस्तुओं के परिवहन में बड़े पैमाने पर प्रवेश करने के साथ-साथ कोयला, पीओएल, स्टील, सीमेण्ट, लौह अयस्क, खाद्यान्न, उर्वरक जैसी पारम्परिक वस्तुओं की ढुलाई में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिये प्रयास कर रही है। नॉन बल्क या गैर थोक सामग्रियाँ मुख्यत: सड़क मार्ग से परिवहित होती हैं और इस वृहद क्षेत्र में रेलवे के लिए बड़ा अवसर है, जिसे एक उपयुक्त व्यवसायिक मॉडल को अपनाकर अपने पक्ष में किया जा सकता है। मण्डल के विभिन्न स्थानों से बलास्ट की लोडिंग की जाती है, इसलिए सड़क परिवहन का बहुतायत उपयोग किया जाता है। इसको रेलवे द्वारा करने हेतु मण्डल निरन्तर प्रयासरत है। रेल के माध्यम से इन वस्तुओं का परिवहन न केवल सस्ता होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से मण्डल स्तर पर एक बहु-विषयक बि़जनेस डिवेलपमेण्ट यूनिट (बीडीयू) विकसित किया गया है।

डबरा और दतिया से शुरू होगा फ्लाई ऐश का लदान

पावर हाउस आदि में कोयले के जलने से बायप्रोडक्ट के रूप में उत्पन्न फ्लाई ऐश का रेल से परिवहन को बढ़ावा देने के लिये ओपन वैगन से परिवहन पर रेल मन्त्रालय द्वारा 40 प्रतिशत सब्सिडि की घोषणा की गई है। यह ़कदम फ्लाई ऐश से ईट निर्माण और अन्य उपयोग की इनपुट लागत को कम करने में मदद करेगा और सड़क माध्यम के मुकाबले रेल द्वारा परिवहन पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। उत्तर मध्य रेलवे ने बड़े लोडर के लिए स्टेशन टैरिफ (एसटीएस) भी लागू किया है। इसी क्रम में आइटीसी द्वारा डबरा और दतिया से उसके भोपाल प्लाण्ट तक लोडिंग के प्रस्ताव को अन्तिम रूप दिया जा चुका गया है और इसी माह से लोडिंग शुरू होने की भी उम्मीद भी जताई जा रही है। रायरू एवं मुरैना से बाग्लादेश के लिए भी रैक बुक किये गए हैं। इससे पूर्व यात्री सुविधाओं को अधिक प्राथमिकता दी जाती रही, लेकिन वर्तमान में रेल प्रशासन द्वारा माल भाड़ा ग्राहक सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए मण्डल द्वारा मोबाइल नम्बर 9794831249 जारी किया गया है, जिससे व्यापारियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

0 लॉकडाउन में ये नए कार्य हुए

- झाँसी-बबीना के मध्य तीसरी लाइन का संचालन सीआरएस की संस्तुति के बाद चालू कर दिया जाएगा।

- झाँसी-मानिकपुर खण्ड पर इलेक्ट्रॉनिक इण्टरलॉकिंग व्यवस्था संस्थापित की जा चुकी है। टोकनलेस व्यवस्था से उक्त खण्ड में 15 किमी प्रति घण्टा के गति प्रतिबन्ध को बढ़ाकर 100 किमी प्रति घण्टा कर दिया गया है।

- बिरलानगर से रायरू के मध्य 8.29 किमी खण्ड तीसरी लाइन पर डी़जल लोको से सफल परीक्षण किया गया। रायरू से बानमोर के बीच भी तीसरी लाइन का परीक्षण शीघ्र ही किया जायेगा। सीपरी बा़जार स्थित रोड ओवर ब्रिज के कार्य में भी गति आयी है। 36 मीटर के स्पान हेतु गर्डर साइट पर पहुँच चुके हैं। 50 मीटर स्पान हेतु गर्डर एक हफ्ते तक साइट पर पहुँच जायेंगे। उन्होंने उम्मीद जतायी कि गर्डर लौंच करने हेतु सीआरएस अनुमति अगस्त माह में ही प्राप्त हो जाएगी। इसके बाद सड़क निर्माण आदि कार्य सितम्बर से नवम्बर के मध्य पूर्ण करने का लक्ष्य है। वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक नवीन दीक्षित द्वारा भी माल लदान बढ़ोतरी के लिए किये जा रहे प्रयासों से अवगत कराया गया।

वसीम शेख

07: 54

06 अगस्त 2020


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.