झाँसी का मालगोदाम अब प्रदूषण मुक्त
- अयोध्या मालगोदाम पर लगे 91 लाख के जुर्माने के बाद झाँसी मण्डल ने किया सुधार - उत्तर-मध्य रेलवे क
- अयोध्या मालगोदाम पर लगे 91 लाख के जुर्माने के बाद झाँसी मण्डल ने किया सुधार
- उत्तर-मध्य रेलवे का पहला प्रदूषण मुक्त मालगोदाम बना झाँसी मण्डल
झाँसी : लॉकडाउन की अवधि में मण्डल ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसी क्रम में एक ़कदम और आगे बढ़ते हुए रेल मण्डल ने उत्तर-मध्य रेलवे के तीनों मण्डल में पहला प्रदूषण मुक्त मालगोदाम होने का गौरव प्राप्त किया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड ने जाँच कर मालगोदाम को अनापत्ति पत्र दिया है। इससे पहले फै़जाबाद के मालगोदाम पर बोर्ड ने 91 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था।
बढ़ते प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने ऐसे संस्थानों और फैक्ट्रि को रडार पर ले लिया है, जिनसे हवा और पानी प्रदूषित होने की सम्भावनाएं अधिक हैं। इसी क्रम में उत्तर-मध्य रेलवे के झाँसी मण्डल में बने मालगोदाम से लोडिंग-अनलोडिंग के दौरान होने वाले प्रदूषण की जाँच की गई। मण्डल के जनसम्पर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पिछले दिनों रेलवे मालगोदाम का उत्तर प्रदेश राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड द्वारा निरीक्षण कर मालगोदाम के परिचालन के दौरान प्रदूषण उत्सर्जन सम्बन्धित सभी पहलुओं की गहनता से जाँच की थी। जाँच में पाया कि माल गोदाम द्वारा वायु प्रदूषण निवारण व नियन्त्रण अधिनियम 21/22 एवं जल प्रदूषण नियन्त्रण व निवारण अधिनियम 25/26 के अन्तर्गत आने वाले सभी मानकों का नियमित अनुपालन किया जा रहा है। जाँच रिपोर्ट जारी करते हुए राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड ने माल गोदाम को प्रदूषण के लिहाज से सही पाते हुए अनापत्ति पत्र जारी कर दिया है। प्रदूषण नियन्त्रण व निवारण बोर्ड ने संचालन के लिए दो वर्ष के लिए सहमति प्रदान की है। प्रयागराज और आगरा मण्डल को यह प्रमाण पत्र नहीं मिल सका है।
अयोध्या मालगोदाम पर लगा था जुर्माना
लखनऊ मण्डल के अयोध्या रेलवे मालगोदाम पर प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड द्वारा 91 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि स्थानीय लोगों की वायु प्रदूषण की बढ़ती शिकायत के बाद नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने उत्तर प्रदेश राज्य प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को जाँच का आदेश दिया था। कहते हैं कि उस वक्त रेल महकमे ने लोगों की शिकायत को नजरअन्दा़ज कर दिया था। लगभग 10 महीने पहले बोर्ड की टीम रेलवे साइडिंग पर परिवेशीय वायु गुणवत्ता की जाँच करने पहुँची थी। जाँच में वायु प्रदूषण आदि की शिकायतें सही मिलीं। रेलवे साइडिंग (मालगोदाम) पर सीमेण्ट, उर्वरक आदि की लोडिंग-अनलोडिंग होती है। निरीक्षण के दौरान ट्रकों के आवागमन से बोर्ड टीम को डस्ट भी उड़ती मिली, जिससे आसपास की आवासीय कॉलनि के लोगों का दुष्प्रभाव पड़ना सम्भावित माना गया। वायु प्रदूषण से बचाव के वाटर स्प्रिंक्लर आदि के इन्त़जाम रेलवे साइडिंग पर नहीं मिले। इस जुर्माने से रेलवे को हुए भारी नुकसान को देखते हुए झाँसी मण्डल ने अपने कार्य में सुधार करते हुए यह उपलब्धि हासिल की।
फोटो फीचर : 4 बीकेएस 1
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सूना रहा किला
झाँसी : रक्षाबन्धन के त्योहार पर किला घूमने आने वालों का ताँता लगा रहता था। मंगलवार को भी दुर्ग खुला रहा पर कोरोना संक्रमण के डर से यहाँ भ्रमण करने वाला कोई नहीं दिखा।
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मौसम है सुहाना
झाँसी : बारिश के मौसम में हर तरफ हरियाली छाई हुई है। मंगलवार को किले की प्राचीर से बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के पीछे कैमासन की पहाड़ी का दृश्य देखते ही बन रहा था।
वसीम शेख
समय 08:06
4 अगस्त 2020