Move to Jagran APP

किसानों के लिए 'कमाऊ पूत' बनेगी बंजर भूमि

0 सौर ऊर्जा से कमाई कर सकेंगे किसान 0 धसान नदी के किनारे 3 ह़जार एकड़ भूमि चिह्नित 0 नेडा व टेहरी

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 01:00 AM (IST)
किसानों के लिए 'कमाऊ पूत' बनेगी बंजर भूमि
किसानों के लिए 'कमाऊ पूत' बनेगी बंजर भूमि

0 सौर ऊर्जा से कमाई कर सकेंगे किसान

loksabha election banner

0 धसान नदी के किनारे 3 ह़जार एकड़ भूमि चिह्नित

0 नेडा व टेहरी हाइड्रो डिवेलपमेण्ट कॉर्पोरेशन ने किया सर्वे

0 किसानों को दिया जाएगा किराया

झाँसी : किसानों के लिए निष्प्रयोज्य हो चुकी ़जमीन अब कमाई का जरिया बनेगी। किसान इस ़जमीन पर सौर ऊर्जा की खेती कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकेंगे। नेडा व टेहरी हाइड्रो डिवेलपमेण्ट कॉर्पोरेशन (टीएचडीसी) ने फिलहाल धसान नदी के किनारे 3 ह़जार एकड़ ़जमीन चिह्नित की है, जबकि डगरवाहा में भी ़जमीन देखी गई है, जो मानक से कम है।

बिजली की खपत को कम करने के लिए सरकार द्वारा सौर ऊर्जा पर फोकस किया गया है। इसके लिए अनेक सोलर प्लाण्ट स्थापित किए जा रहे हैं और लोगों को बिजली उत्पादक बनाने की योजना है। भारत सरकार ने बजट में बंजर भूमि पर सोलर प्लाण्ट स्थापित करने की घोषणा की। इसे लेकर सर्वे शुरू कर दिया गया है, जिसकी ़िजम्मेदारी नेडा व टेहरी हाइड्रो डिवेलपमेण्ट कॉर्पोरेशन को सौंपी गई है। दरअसल, इस प्रोजेक्ट के लिए शासन ने 3 एकमुश्त 3 ह़जार एकड़ का मानक तय किया है। यह ऐसी भूमि होनी चाहिए, जो असिंचित अथवा बंजर हो। झाँसी में गरौठा तहसील में धसान नदी के किनारे लगभग 3 ह़जार एकड़ ़जमीन चिह्नित की गई है। नदी के किनारे की यह ़जमीन असिंचित की श्रेणी में है और किसानों को ़जमीन से उत्पादन तभी मिलता है, जब मॉनसून पर अच्छी बारिश होती है। वरना, ़जमीन खाली पड़ी रहती है। दरअसल, धसान नदी बरसात में तो उफान मारती है, लेकिन बारिश थमने के बाद यह पूरी तरह से सूख जाती है। इससे नदी के किनारे की ़जमीनों को भी पानी नहीं मिल पाता है। किसानों के लिए बेकार हो चुकी इस भूमि पर सोलर ऊर्जा की पैदावार हो सकेगी। इससे किसानों के लिए यह भूमि कमाऊ पूत बनेगी। टीम द्वारा जनपद के अन्य स्थानों पर भी सर्वे किया जा रहा है, ताकि योजना का दायरा बढ़ाया जा सके।

बॉक्स..

किसानों को दिया जाएगा किराया

सोलर ग्राउण्ड माउण्टेड अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क के लिए सरकार द्वारा लीज पर ़जमीन ली जाएगी। इसके बदले में किसानों को किराया दिया जाएगा और किसानों को बंजर भूमि से भी अतिरिक्त आय हो सकेगी।

बॉक्स.

डगरवाहा में भी ़जमीन देखी

बंजर भूमि पर सोलर प्लाण्ट स्थापित करने की योजना के तहत बबीना ब्लॉक के डगरवाहा में भी ़जमीन देखी गई है, लेकिन यहाँ एकमुश्त सिर्फ 1 ह़जार एकड़ ़जमीन ही उपलब्ध हो सकी है। मानक से कम भूमि होने के कारण नेडा विभाग ने इसे द्वितीय प्राथमिकता पर रखा है।

इन्होंने कहा

'बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा प्लाण्ट स्थापित करने के लिए सरकार ने सोलर ग्राउण्ड माउण्टेड अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क योजना शुरू की गयी है। इसके तहत 3 ह़जार एकड़ भूमि पर प्लाण्ट स्थापित किया जाना है। नेडा व टेहरी हाइड्रो डिवेलपमेण्ट कॉर्पोरेशन ने सर्वे कर गरौठा तहसील में धसान नदी के किनारे 3 ह़जार एकड़ ़जमीन चिह्नित की है। बबीना के डगरवाहा में भी 1 ह़जार एकड़ भूमि चिह्नित की गई है, लेकिन इसे द्वितीय प्राथमिकता पर रखा गया है। शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है।'

0 एसके गुप्ता

- परियोजना अधिकारी, नेडा

फाइल : राजेश शर्मा

24 फरवरी 2020

समय : 6.30 बजे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.