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युवा पीढ़ी बुन्देलखण्ड के गौरवपूर्ण इतिहास को समझे : मण्डलायुक्त

फोटो : 24 बीकेएस 117 --- 0 बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव से बनेगी नयी परम्परा झाँसी : मण्डलाय

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 09:32 PM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 09:32 PM (IST)
युवा पीढ़ी बुन्देलखण्ड के गौरवपूर्ण इतिहास को समझे : मण्डलायुक्त
युवा पीढ़ी बुन्देलखण्ड के गौरवपूर्ण इतिहास को समझे : मण्डलायुक्त

फोटो : 24 बीकेएस 117

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0 बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव से बनेगी नयी परम्परा

झाँसी : मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि बुन्देलखण्ड के गौरवपूर्ण इतिहास से परिचय कराने, बुन्देलखण्ड की विभिन्न विधाओं, लोक संस्कृति, पारम्परिक लोकगीत, नृत्य व बुन्देली साहित्य से युवा व नयी पीढ़ी को रू-ब-रू कराए जाने की जरूरत है। बुन्देलखण्ड के लोग अपनी जमीन से जुड़े एक नई परम्परा का सृजन करें। बुन्देलखण्ड में संस्कृति का संगम होने जा रहा है। इसके लिए तीन दिवसीय बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

सवेरा सीनियर सिटी़जन के सदस्यों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि 28, 29 फरवरी व 1 मार्च को क्राफ्ट मेला ग्राउण्ड में महोत्सव का आयोजन हो रहा है। बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव - 2020 की सारी तैयारियाँ कर ली गई हैं। पुस्तक प्रेमियों के लिए पुस्तक मेला भी आयोजित होगा। महिलाओं की खरीदारी की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के उद्यमी अपने उत्पादों की बिक्री करेंगे। महोत्सव में बुन्देलखण्ड के कलाकारों को मंच मिलेगा और उनका सम्मान भी किया जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के कलाकार प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने कहा कि हुनर मंच बनाया जा रहा है, जहाँ युवा अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकेंगे। महोत्सव मे चौपाल का आयोजन होगा, जिसमें सीनियर सिटीजन अपने अनुभव साझा करेंगे। कार्यक्रम में विचारक भी वर्तमान परिवेश पर अपने विचार रखेंगे। इस अवसर पर अपर आयुक्त सर्वेश कुमार दीक्षित, सचिव जेडीए त्रिभुवन विश्वकर्मा, ब्रजमोहन मिश्रा, अतुल शर्मा, डॉ. नीति शास्त्री, एके हिंगवासिया, आईपी भल्ला, आरपी गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

फोटो : 24 बीकेएस 1

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साहित्य की दुनिया में अब झाँसी की भी होगी भागीदारी

0 पहला बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव 28 से होगा शुरू

झाँसी : बुन्देलखण्ड की हृदयस्थली महारानी लक्ष्मीबाई की कर्मभूमि झाँसी की पहचान को नया विस्तार दिया जायेगा। इसके लिए साहित्य के मानचित्र में सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने का कार्य किया जा रहा है। राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त व उपन्यास सम्राट वृन्दावनलाल वर्मा की ़कलम की साक्षी एवं मैत्रेयी पुष्पा के साहित्य से सिंचित झाँसी में 28 फरवरी से 1 मार्च तक बुन्देलखण्ड साहित्य महोत्सव-2020 का आयोजन बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग व बुन्देलखण्ड लिट्रचर फेस्ट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में क्राफ्ट मेला परिसर में किया जा रहा है। आयोजन के संयोजक हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत बिसारिया ने पत्रकारों को बताया कि इस आयोजन का उदेश्य बुन्देलखण्ड की संस्कृति को विस्तार देने एवं आम जनमानस में इसके प्रति उदासीनता को दूर करना है। साहित्य पर केन्द्रित इस महोत्सव में अन्य विधाओं को भी स्थान देने का प्रयास किया गया है। बुन्देली साहित्य के विशेष सन्दर्भ में भाषा, इतिहास, ललित कला, सिनेमा, स्त्री विमर्श, सोशल मीडिया, वेब मीडिया आदि विषयों पर परिचर्चा आयोजित की जायेगी। इसमें झाँसी और अन्य क्षेत्र के नामचीन साहित्यकारों से सम्वाद करने के साथ ही उनसे मिलने का मौका मिलेगा। कई बेस्ट सेलर लेखकों ने आने की सहमति प्रदान की है। आयोजन समिति की वरिष्ठ सदस्य एवं महोत्सव में होने वाली प्रतियोगिताओं की संयोजक डॉ. नीति शास्त्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड की कला, संस्कृति, इतिहास, नाटक, संगीत, व्यंजन, खेल आदि को प्रोत्साहित एवं स्थापित करने हेतु यह अनूठी पहल है। इस अवसर पर बुन्देलखण्ड को जानो, मेहँदी, रंगोली, बुन्देली संस्कृति पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता, बुन्देली परिधान आधारित बेबी शो एवं वधू सज्जा के साथ ही पहली बार पुरुषों एवं महिलाओं के लिये रस्साकसी जैसी अनेक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। आयोजन की सास्कृतिक समन्वयक डॉ. रेखा लगरखा ने बताया कि सास्कृतिक कार्यक्रमों में शास्त्रीय कथक नृत्य, बरेदी लोकनृत्य, राई लोकनृत्य, बुन्देली लोककला, लोकनृत्य आदि की प्रस्तुतियाँ की जाएंगी। आयोजन सचिव चन्द्र प्रताप ने बताया कि क्राफ्ट मेला ग्राउण्ड में कई विभागों, कम्पनि एवं हस्तशिल्पियों के स्टाल, फूड कोर्ट, मिकी माउस, जम्पिंग जैक, लैदर वर्क आदि के अनेक स्टाल भी लगाये जाएंगे। बुन्देलखण्ड के किसानों के लिये किसान गोष्ठी के साथ ही समकालीन साहित्य कला, संस्कृति एवं मीडिया की चुनौतियाँ एवं सम्भावनाएं विषय पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन भी किया जायेगा। इस अवसर पर डॉ. धन्नूलाल गौतम, वरिष्ठ साहित्यकार मुकुन्द मेहरोत्रा, अपर आयुक्त सर्वेश दीक्षित, डीडी मण्डी सीपी तिवारी, योगिता यादव, प्रो. प्रतीक अग्रवाल, डॉ. डीके भट्ट, डॉ. कौशल त्रिपाठी, राजकुमार सिंह, जयराम कुटार, अतुल दीक्षित, अतुल गोयल, डॉ. श्रीहरि त्रिपाठी, नवीन चन्द्र पटेल, सुनील त्रिवेदी, महेन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।

विवि के एंजिनियरिंग विभाग के शॉर्ट टर्म कोर्स का शुभारम्भ

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन ने कहा कि सीखना एवं सिखाना एक अनवरत प्रक्रिया है, जिसे निरन्तर जारी रहना चाहिये। वह आज विवि परिसर स्थित अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के मैकेनिकल एंजिनियरिंग विभाग द्वारा आयोजित पाँच दिवसीय शॉर्ट टर्म कोर्स के शुभारम्भ अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। मुख्य वक्ता आईआईटी कानपुर के प्रो. अनीश उपाध्याय ने निरन्तर अपने ज्ञानार्जन के विकास के लिये सीखते रहने पर जोर दिया। मुख्य अतिथि आईआरएसएस के अन्जनेय भारद्वाज रहे। डीन एंजिनियरिंग प्रो. एसके कटियार ने कहा कि छात्रों तथा अध्यापन में सम्मिलित लोगों के लिए ऐसे कोर्स महत्वपूर्ण हैं। संयोजक व मैकेनिकल के विभागाध्यक्ष विशाल आर्य ने उद्देश्य समझाए। डॉ. अनुपम व्यास ने संचालन व पाठ्यक्रम समन्वयक सत्येन्द्र उपाध्याय ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर जितेन्द्र वर्मा, शशिकान्त वर्मा, सन्दीप मिश्रा, डॉ. पवन सिंगोतिया, विवेक यादव आदि उपस्थित रहे।

फाइल-रघुवीर शर्मा

समय-9.10

24 फरवरी 20


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