43 लाख के हेरफेर में फँसे तत्कालीन सीओ
0 जाँच के बाद मिली थी आय से अधिक सम्पत्ति 0 भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई प्रमुख ने मु़कदमा दर्ज कर
0 जाँच के बाद मिली थी आय से अधिक सम्पत्ति
0 भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई प्रमुख ने मु़कदमा दर्ज कराया
झाँसी : आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में घिरे तत्कालीन सीओ (सदर) पर शिकंजा भले ही अभी कसा हो, लेकिन जाँच की फाइल 2 वर्ष पहले ही खुल चुकी थी। पुलिस के आला अधिकारियों के पत्रों पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन जाँच कर रहा था, जिसमें वह दोषी पाये गये। तत्कालीन सीओ लगभग 43 लाख रुपये का हिसाब नहीं दे पाये।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन के इकाई प्रभारी सुरेन्द्र सिंह ने नवाबाद थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक कल्याण सिंह यादव के विरुद्ध अवैध रूप से सम्पत्ति अर्जित करने की जाँच पुलिस के आलाधिकारियों ने संगठन को सौंपी थी। उनके विरुद्ध की गई जाँच में पाया गया कि उन्होंने लोक सेवक के रूप में कार्यरत रहते हुये जाँच हेतु निर्धारित की गयी चेक अवधि में अपनी आय के समस्त वैध स्रोतों से लगभग 91.66 लाख रुपये की आय अर्जित की। इसी अवधि में इनके द्वारा सम्पत्ति के अर्जन एवं भरण-पोषण पर लगभग 1.34 करोड़ रुपये खर्च किये गये। इस प्रकार जाँच हेतु निर्धारित की गयी अवधि में ज्ञात व अवैध स्रोतों से अर्जित की गयी अपनी आय के सापेक्ष 42.93 लाख रुपये अधिक खर्च किये गये। कल्याण सिंह यादव इसका हिसाब नहीं दे सके और जाँच में वह प्रथम दृष्टया दोषी पाये गये। इकाई प्रमुख की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मु़कदमा दर्ज कर लिया है।
फाइल : दिनेश परिहार
समय : 9 बजे
22 अक्टूबर 2019