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मतपत्र से चुनाव कराने की स्थिति नहीं : ओपी रावत

फोटो ::: 0 फिलहाल अलग-अलग होंगे लोकसभा व विधानसभा के चुनाव : मुख्य निर्वाचन आयुक्त 0 मध्य प्रद

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 12:25 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 12:25 AM (IST)
मतपत्र से चुनाव कराने की स्थिति नहीं : ओपी रावत
मतपत्र से चुनाव कराने की स्थिति नहीं : ओपी रावत

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0 फिलहाल अलग-अलग होंगे लोकसभा व विधानसभा के चुनाव : मुख्य निर्वाचन आयुक्त

0 मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत 4 राज्यों में चुनाव की तिथि की घोषण जल्द

झाँसी : देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने आज यहाँ कहा कि राजनैतिक दलों ने बैलेट (मतपत्रों) से चुनाव कराने के सुझाव दिए हैं, लेकिन अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं है, जिससे बैलेट से चुनाव कराए जाएं। ईवीएम के प्रयोग से बूथ कैप्चरिंग व अवैध मतों जैसी कई गड़बड़ियां रुकी हैं। उन्होंने चुनाव के दौरान आम जनता की भागीदारी तथा ताकत बढ़ाने के लिए सिटि़जन विजिलेंस ऐप्लिकेशन का उपयोग करने को कहा है। साथ ही ई-वोटिंग पर भी आयोग विचार कर रहा है।

राजकीय इण्टर कॉलिज प्राक्तन छात्र सम्मेलन में हिस्सा लेने आए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने यहाँ सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के समक्ष अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं है कि मतपत्रों से चुनाव कराए जाएं। मतपत्र से वोटिंग के समय बड़ी संख्या में मतपत्र अवैध हो जाते थे, जिससे अन्य देशों में गलत सन्देश यह जाता था कि भारत के मतदाताओं को आ़जादी के इतने वर्षो बाद भी वोट करना नहीं आया। उन्होंने कहा कि ईवीएम आने के पहले बाहुबली मतदान केन्द्रों पर ़कब़्जा कर ठप्पा लगा देते थे, लेकिन अब यह सब गड़बड़ी खत्म हो गयी है। उन्होंने कहा कि नयी ईवीएम टेम्पर डिडेक्ट मशीन है। टेम्पर (छेड़छाड़) करने पर यह मशीनें फैक्ट्रि मोड में चली जाएंगी और फिर काम नहीं करेंगी। इससे ईवीएम को लेकर उठने वाले सवाल भी कम हो जाएंगे। नयी मशीन काफी संख्या में आ जाएंगी, अधिकतर पर सेंसर लगा दिए हैं, जो यह जाँच कर लेगी कि मशीन ठीक है। गलत मशीन लगाने पर इसमें सन्देश आ जाएगा। चुनाव आयोग तकनीकि विकास के साथ लगातार आगे बढ़ रहा है। यही कारण है कि चुनाव आयोग अब ई-वोटिंग (ऑन लाइन वोटिंग) पर विचार कर रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे, और दुनिया के दूसरे देशों की तरह यहाँ भी लोग घर बैठे वोट कर सकेंगे। एक अन्य सवाल पर कहा कि ईवीएम देश में कड़ी सुरक्षा में बन रही हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि फिलहाल अलग-अलग चुनाव होंगे, जैसे अभी होते आ रहे हैं। लोकसभा व विधानसभा के चुनाव एक साथ तभी होंगे, जब चुनाव आयोग के सुझाव के अनुसार सम्विधान व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में संशोधन किए जाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ व मिजोरम के विधानसभा चुनाव की तैयारी पूरी कर ली गयी है। चुनाव आयोग ने भी समीक्षा कर ली है और जल्द ही चुनाव की तिथियों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले लोकसभा चुनाव तथा 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में सिटि़जन विजिलेंस ऐप्लिकेशन पर काम किया जाएगा। इससे जनता सीधी भागीदारी कर चुनाव की गड़बड़ी की सूचना देगी, जिस पर कार्यवाही की जाएगी। साथ ही मतदान के समय भीड़ से बचने के लिए क्यू मैनिजमेण्ट सेवा भी शुरू की जा रही है, जिससे मतदाता अपने बूथ में भीड़ की स्थिति देख सकते हैं। उन्होंने कहा फोटोयुक्त संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान में मण्डलायुक्त को प्रभारी बनाया गया है, जो लगातार ऩजर रख रहे हैं।

फाइल : रघुवीर शर्मा

समय : 6.10

21 सितम्बर 18


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