भविष्यवाणी से छटे सन्देह के 'बादल'
फोटो ::: 0 रातभर में 74 मिलीमीटर बरसे मेघ, दिनभर रुक-रुक कर हुई बारिश ने दी राहत झाँसी : मौसम
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0 रातभर में 74 मिलीमीटर बरसे मेघ, दिनभर रुक-रुक कर हुई बारिश ने दी राहत
झाँसी : मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर छाए सन्देह के बादल कुछ छट गए। बुधवार की रात से शुरू हुई बारिश सुबह तक नहीं थमी। कभी झमाझम, तो कभी रिमझिम बारिश से महानगर तर-बतर हो गया। आज सुबह 8.30 बजे तक 74 मिलीमीटर (2.92 इंच) बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि गुरुवार को दिनभर रुक-रुक कर मेघ बरसते रहे, जिससे बारिश का आँकड़ा 100 मिलीमीटर के पार जाने की सम्भावना है।
मॉनसून को लेकर मौसम विभाग की भविष्यवाणी लगातार कठघरे में खड़ी हो रही है। मौसम विभाग कई बार झमाझम बारिश का पूर्वानुमान जताता रहा, लेकिन घटाओं की बेरुखी इस पर पानी फेरती रही। पिछले कई दिन से यह सिलसिला चल रहा था। प्रतिदिन दोपहर ढलते ही आसमान पर बादल छा रहे थे, लेकिन बूँदा-बाँदी होने के बाद मौसम सा़फ हो जाता था। सुबह से फिर ते़ज चटक धूप निकल रही थी, जिससे बढ़ी उमस ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया था। लोगों की निगाह आसमान पर टिक गई थी, जबकि इन्त़जार मौसम विभाग की भविष्यवाणी के कसौटी पर खरा उतरने का किया जा रहा था। यह इन्त़जार आखिर समाप्त हुआ। बुधवार को दिनभर की तपिश और उमस के बाद शाम ढलते ही मौसम ने करवट ली और बारिश शुरू हो गई। रातभर रिमझिम बरसात होती रही, तो बीच-बीच में ते़ज बौछार भी पड़े। लखनऊ मौसम विभाग के अनुसार 18 जुलाई की सुबह से लेकर 19 जुलाई की सुबह 8.30 बजे तक जनपद में 74.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। गुरुवार को भी दिन में रुक-रुक कर बरसात हुई, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि शाम तक बारिश का आँकड़ा लगभग 100 मिलीमीटर (3.93 इंच) पर पहुँच गया होगा। हालाँकि आज हुई बारिश का सही आँकड़ा 20 जुलाई को सुबह दर्ज की जाने वाली सूचना से ही पता चल सकेगा। मौसम वैज्ञानिक डॉ. मुकेश चन्द्र ने बताया कि अगले 2-3 दिन मॉनसून बना रहेगा और रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। हालाँकि इस दौरान ते़ज बारिश की सम्भावना नहीं जताई गई है।
बीच में बॉक्स
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आँकड़ों में फिर अन्तर
बारिश को लेकर मौसम विभाग के अलग-अलग केन्द्रों से सूचनाएं भी भिन्न-भिन्न आ रही हैं। लखनऊ मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घण्टे में 74.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि भरारी फार्म में लगे बारिश मापी यन्त्र ने इस अवधि में 50 मिलीमीटर बारिश ही रिकॉर्ड की। बताया गया कि लखनऊ मौसम विभाग के बारिशमापी यन्त्र जनपद में कई जगह स्थापित हैं, जबकि प्रक्षेत्र भरारी द्वारा फार्म पर स्थापित एक ही संयन्त्र से रीडिंग ली जाती है।
खेत में न होने दें जल भराव
़िजला कृषि अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह ने बताया कि जिन किसानों ने अब तक बुआई नहीं की है, वह तत्काल खेत में बीज डालें। धान की रोपाई के लिए भी यह उपयुक्त समय है। उड़द, मूँग, तिल व मूँगफली की बुआई करने वाले किसान खेत में जलभराव न होने दें। अधिक बारिश होने पर खेत में जमा अतिरिक्त पानी की निकासी करते रहें, ताकि बीज सड़े नहीं। बारिश पर निर्भर किसानों को तिल या उड़द की ़फसल बोना ही लाभदायक होगा, क्योंकि आगामी दिनों में अगर बारिश कम होती है, तो उन्हें नु़कसान नहीं होगा।
फाइल : 2 : राजेश शर्मा
19 जुलाई 2018
समय : 6.30 बजे