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अब महाविद्यालयों में सत्यापन को कमिटि बनी

0 कुलसचिव करेंगे जालौन जनपद का सत्यापन 0 सामूहिक ऩकल वाले महाविद्यालय रहेंगे घेरे में झाँसी :

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 10:57 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 10:57 PM (IST)
अब महाविद्यालयों में सत्यापन को कमिटि बनी
अब महाविद्यालयों में सत्यापन को कमिटि बनी

0 कुलसचिव करेंगे जालौन जनपद का सत्यापन

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0 सामूहिक ऩकल वाले महाविद्यालय रहेंगे घेरे में

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने अब सत्यापन प्रक्रिया से दूरी बना रहे महाविद्यालयों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। इसके तहत अब महाविद्यालय में जाकर कॉलिज व शिक्षकों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इधर, विश्वविद्यालय परिसर में चल रही सत्यापन प्रक्रिया में अभी तक लगभग 125 महाविद्यालयों ने सत्यापन करा लिया है। विश्वविद्यालय परिसर में यह सत्यापन प्रक्रिया 26 जुलाई तक जारी रहेगी।

बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय प्रशासन की कॉलिज व शिक्षकों की भौतिक सत्यापन को लेकर प्रबन्धक तमाम तरह के सवाल उठा रहे हैं। बीते दिनों प्रबन्धकों की बैठक में भी विश्वविद्यालय परिसर में होने वाली सत्यापन की प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने ़कदम उठाते हुए अब महाविद्यालय में जाकर भौतिक सत्यापन का निर्णय लिया गया है। इसके लिए कुलपति ने टीम गठित की है। इसके तहत कुलसचिव सीपी तिवारी के नेतृत्व में जालौन, परीक्षा नियन्त्रक नारायण प्रसाद ललितपुर, उप कुलसचिव राकेश कुमार बाँदा, रामचन्द्र अवस्थी हमीरपुर, सहायक कुलसचिव जीके नायक झाँसी, डॉ. हरी शंकर यादव चित्रकूट व माया शंकर सिंह महोबा जनपद में कॉलिज का सत्यापन करेंगे। टीम महाविद्यालय परिसर में प्राचार्य व शिक्षकों के अनुमोदन, गुणवत्ता शिक्षण की व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे की स्थिति, छात्र-छात्राओं की स्थिति का अवलोकन करेगी। इधर, विभागीय जानकार बताते हैं कि भौतिक सत्यापन के पहले चरण में टीम उन महाविद्यालयों में जाएंगी, जो अभी तक भौतिक सत्यापन से दूरी बनाए हुए हैं। इस निरीक्षण में वह महाविद्यालय भी घेरे में आएंगे, जिन महाविद्यालयों में सामूहिक ऩकल के प्रकरण सर्वाधिक पाए गए।

पॉलिटेक्निक डिप्लोमाधारी को मिलेगा बीटेक द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश

झाँसी : बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने सत्र 2018-19 के लिए प्रभावी लिटरल एण्ट्रि स्कीम के तहत यूपी बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 60 फीसदी अंकों के साथ एंजिनियरिंग या टेक्नॉलजि की किसी भी शाखा में 3-4 वर्ष डिप्लोमा करने वाले अभ्यर्थी को बीटेक के द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश दिया जाएगा। इसके तहत डिप्लोमा उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं एंजिनियरिंग ऐण्ड टेक्नॉलजि की किसी भी विधा में 3 वर्षीय बीटेक कर सकते हैं।

विश्वविद्यालय के अभियान्त्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में बीटेक फूड टेक्नॉलजि एंजिनियरिंग, बायोटेक्नॉलजिएंजिनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐण्ड इंस्ट्रूमेण्टेशन एंजिनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस ऐण्ड एंजिनियरिंग, मैकेनिकल एंजिनियरिंग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स ऐण्ड कम्युनिकेशन एंजिनियरिंग में प्रवेश दिया जाएगा। कुछ सालों से एक यह प्रक्रिया सुचारु रूप से संचालित नहीं थी, परन्तु इस सत्र से इसे प्रभावी रूप से लागू कर दिया गया है। एंजिनियरिंग विभाग के डीन प्रो. एसके कटियार ने बताया कि सत्र 2018-19 के लिए इच्छुक अभ्यर्थी बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 20 जुलाई से 8 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 10 अगस्त को मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा, अगले सत्र 2019-20 में लिटरल ऐण्ट्रि स्कीम द्वारा बीएससी के छात्र-छात्राओं को भी बीटेक के द्वितीय वर्ष में प्रवेश देने की योजना बनायी जा रही है।

फाइल-रघुवीर शर्मा

समय-10.00

19 जुलाई 18


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