रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया ़फर्जी दारोगा
फोटो ::: - सीआरपीएफ का लगाये था बैज, बोला- टिकिट नहीं लेना पड़ता - कद-काठी पर वर्दी देख जीआरपी
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- सीआरपीएफ का लगाये था बैज, बोला- टिकिट नहीं लेना पड़ता
- कद-काठी पर वर्दी देख जीआरपी को हुआ सन्देह
झाँसी : बदन पर वर्दी हो, तो रौब कुछ और ही होता है। पर, वर्दी लायक बदन भी तो होना चाहिए। एक ऐसा ही मामला आज रेलवे स्टेशन पर पकड़ में आ गया, जब एक दुबला-पतला युवक दारोगा की वर्दी में इधर-उधर घूमता मिला। जीआरपी को उस पर सन्देह हुआ, तो पूछताछ कर ली। फिर क्या था, पोल खुल गयी। फिर युवक माफी माँगने लगा। जीआरपी कार्यवाही की तैयारी कर रही है।
जीआरपी के जवान रेलवे स्टेशन पर चेकिंग कर रहे थे, तभी उन्हें वहाँ एक युवक ऩजर आया, जो दारोगा की वर्दी पहने थे। उसकी वर्दी पर सीआरपीएफ (सेण्ट्रल रि़जर्व पुलिस फोर्स) का बैज लगा हुआ था। जवानों की उसकी कद-काठी पर सन्देह हुआ, तो उन्होंने उसे रोक लिया। पूछताछ करने का प्रयास किया, तो युवक स्टेशन से बाहर की ओर भागने लगा। उसे पकड़कर थाना ले जाया गया। वहाँ उसने अपना नाम दीपक अहिरवार निवासी गोपालपुरा थाना बिजावर ़िजला छतरपुर (मप्र) बताया। उसने बताया कि ट्रेन में यात्रा करने के लिए टिकिट न लेना पड़े, इसलिए उसने वर्दी ले ली। इसे पहनकर नि:शुल्क यात्रा करता है। जीआरपी को शक है कि युवक वर्दी की आड़ में यात्रियों को डरा-धमकाकर वसूली तो नहीं करता, इससे उससे पूछताछ चल रही है। जीआरपी थाना के प्रभारी निरीक्षक अजीत कुमार सिंह ने बताया कि युवक के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।
2 चोर पकड़े
स्टेशन की चेकिंग के दौरान 2 मोबाइल फोन चोर भी जीआरपी के हत्थे चढ़ गये। प्लैटफॉर्म नम्बर-6 पर जीआरपी की क्यूआरटी (क्विक रिस्पौंस टीम) को दो युवक संदिग्ध लगे। तलाशी लेने पर उनके पास से 2 मोबाइल फोन, 2 चाकू व 5 ह़जार रुपए बरामद हुए। फोन के बारे में वे कोई जानकारी नहीं दे पाए, जिस पर उन्हें थाना लाया गया। वहाँ पूछताछ के दौरान उन्होंने अपने नाम वाजिद सिद्दीकी व सरताज सिद्दीकी निवासी तोपखाना कोंच चौराहा थाना कोतवाली जालौन बताए। उन्होंने स्वीकार लिया कि फोन उन्होंने ट्रेन में से चोरी किये थे। जीआरपी के मुताबिक आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
अवैध ढंग से ई-टिकिट बेचते पकड़ा
झाँसी : आरपीएफ ने इलाइट चौराहा के पास स्थित एक फोटोकॉपी की दुकान पर छापा मारकर अवैध ढंग से ई-टिकिट बेच रहे एक दुकानदार को पकड़ लिया। उसके पास कई यू़जर आइडी थीं, जिनमें 35 ई-टिकिट का विवरण मिला। आरपीएफ ने महफूज अली निवासी प्रेमनगर के विरुद्ध रेलवे ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया।
ये है नियम
ई-टिकिट की कालाबा़जारी रोकने के लिए आइआरसीटीसी (इण्डियन रेलवे केटरिंग ऐण्ड टूरि़ज्म कॉर्पोरेशन) ने नियम बनाये हैं। इसके तहत एक व्यक्ति एक आइडी से एक महीने में अधिकतम 6 टिकिट ही बुक कर सकता है। यदि कोई दुकानदार इसका व्यवसाय करना चाहता है, तो उसे आइआरसीटीसी का अधिकृत एजेण्ट बनना होगा। यदि दुकानदार अधिकृत एजेण्ट नहीं है, तो उसके द्वारा बुक किया गया टिकिट कभी भी रद्द किया जा सकता है।
फाइल : हिमांशु वर्मा
समय : 8 बजे
19 जुलाई 2018