शिक्षकों को टेबलेट से देनी होगी बच्चों की उपस्थितित
झाँसी : स्कूल्स में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए नगर क्षेत
झाँसी : स्कूल्स में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने तथा शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए नगर क्षेत्र में जल्द ही हाइटेक योजना प्रारम्भ की जा रही है। इसके चलते प्रत्येक स्कूल्स में प्रधानाचार्य को टेबलेट दिया जाएगा, जिससे रोज सुबह व शाम को फोटो खींचकर सॉफ्टवेयर में अपलोड करनी होगी।
बीएसए सर्वदा नन्द ने नगर क्षेत्र के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो से बात करते हुए इस योजना के इस माह में प्रारम्भ होने के संकेत दिए। डीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को लागू कराने के लिए बीएसए ने आते ही तैयारी शुरू कर दी है। डीएम ने पिछले शैक्षणिक सत्र में इस योजना को शुरू कराने के प्रयास किए थे। इसके लिए कुछ टेबलेट पहले ही आ गए थे। अब नए सत्र में इस योजना को जल्द ही अमली जामा पहनाने की योजना है। इसके चलते प्रत्येक स्कूल्स के प्रधानाचार्य को एक टेबलेट दिया जाएगा। इस टेबलेट में सुबह प्रार्थना के समय प्रधानाचार्य को सभी बच्चों व शिक्षक-शिक्षिकाओं के साथ फोटो खींचकर एक सॉफ्टवेयर में अपलोड करना होगा और ऐसी ही फोटो शाम को छुंट्टी के समय अपलोड करनी होगी। इस सॉफ्टवेयर से बीएसए लगातार समीक्षा करेंगे। अभी यह प्रक्रिया नगर क्षेत्र में शुरू होगी, लेकिन बाद में यह जनपद के अन्य ब्लॉक में भी लागू की जाएगी।
शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों को चेताया
नए बीएसए से मिलने पहुँचे शिक्षक व शिक्षा मित्र संगठनों के पदाधिकारियों को शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के लिए अपना फोकस स्पष्ट कर दिया है। बीएसए ने साफ कहा कि स्कूल्स में बच्चे होंगे, तो शिक्षक होंगे और इसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी या बीएसए रहेंगे। इसीलिए कोई भी स्कूल्स हो, बच्चों की उपस्थिति बढ़ानी होगी। उन्होंने चेताया कि कई प्रदेश सरकारों ने बच्चों की कम उपस्थिति पर सरकारी स्कूल्स बन्द कर दिए हैं और अब प्रदेश में भी यह स्थिति आ सकती है। सोमवार से बच्चों की उपस्थिति पर व्यापक स्तर पर जाँच होगी और इसकी शुरुआत शिक्षक पदाधिकारियों के स्कूल्स से भी हो सकती है।
साइकिल यात्रा कर भ्रष्टाचार के विरोध में विधेयक लाने की पहल
0 लोगों से संवाद कर सुदर्शन माँग रहा है सहयोग
झाँसी : 'कहावत है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता, लेकिन इस कहावत को बदलने के लिए एक युवा घर से निकल पड़ा है।' सन्तकबीर नगर निवासी सुदर्शन प्रसाद विश्वकर्मा भ्रष्टाचार को देश से मुक्ति के लिए साइकिल से यात्रा कर रहे हैं। वह 18 मई 15 को सन्तकबीर नगर जनपद के ग्राम छोटी काशी तेनुआ से साइकिल यात्रा प्रारम्भ कर आज यहाँ पहुँचे। वह अब तक 46 जिलों में यात्रा कर चुके हैं। वह जनता से सीधे बात कर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े होने की बात कर रहे हैं। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ विधेयक लाने को लोगों से सहयोग देने को कह रहे हैं। उनका कहना है कि देश में सरकार बदलने के बाद भी भ्रष्टाचार को लेकर हालत नहीं बदलने पर लोगों में निराशा है। इधर, आज जि़लाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में भ्रष्टाचार के खिलाफ कानून बनाने की माँग की। इधर, जनपद आगमन पर आशा झा, पंकज झा, अनिल रावत, महीपत झा, प्रकाश सिंह यादव व बीआर निषाद ने समर्थन दिया।
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बीआइसी में पौधारोपण कर अभियान की शुरुआत
झाँसी : कृषि व शैक्षिक प्रबन्ध संस्थान व वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बिपिन बिहारी इण्टर कॉलिज में वृहद पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रभागीय वनाधिकारी एन. रविन्द्रा ने पौधा रोपकर इस अभियान का शुभारम्भ किया। अध्यक्षता प्रधानाचार्य दिनकर सक्सेना ने की। कार्यक्रम में पार्षद सुरेश चन्द्र गोपी, को-ऑर्डिनेटर अरविन्द सिंह, नम्रता गुप्ता के साथ सहायक अध्यापक सुभाष चन्द्र, रवीश त्रिपाठी, डॉ. अमरदेव सिंह डॉ. अरविन्द यादव, पंकज श्रीवास्तव, शिशुपाल सिंह यादव व दीपक त्रिपाठी, अविनाश मिश्रा आदि ने लगभग एक सैकड़ा पौधे रोपे।
प्राविधिक शिक्षकों को जनपद में तैनाती का शासनादेश जारी
0 उत्तर प्रदेश प्राविधिक सेवा संघ करता रहा है माँग
झाँसी : उत्तर प्रदेश प्राविधिक सेवा संघ के प्रदेश महामन्त्री आरपी निरंजन ने बताया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में पदस्थ कार्मिकों व पॉलिटेक्निक संस्थाओं में अध्ययनरत छात्रों के लिए नीतिगत परिवर्तन किए हैं। अभी तक पूर्ववर्ती व्यवस्था के तहत विभाग में ख श्रेणी के शिक्षक व अधिकारियों को उनके गृह जनपद में तैनाती नहीं दी जाती थी, लेकिन संघ की माँग पर इसमें परिवर्तन कर दिया है। इससे शिक्षकों व अधिकारियों को उनके गृह जनपद में भी तैनात किया जा सकेगा। इसको लेकर शासनादेश निर्गत कर दिया गया। इधर, एक नये बदलाव के तहत चार विषयों में अनुत्तीर्ण होने पर छात्र को चार विषयों में बैक पेपर की सुविधा के साथ अगली कक्षा में प्रोन्नत होने की व्यवस्था की गयी है, जबकि पहले बैक पेपर की सुविधा दो पेपर तक ही सीमित थी। साथ ही पॉलिटेक्निक कॉलिज में इण्टरमीडिएट व आइटीआइ उत्तीर्ण छात्रों को लेटरल इण्ट्री के तहत द्वितीय वर्ष में 10 प्रतिशत सीट्स से बढ़ाकर उपलब्ध सीट्स पर 20 फीसदी कोटा निर्धारित कर दिया गया।