मेडिकल कॉलिज फिर बना अखाड़ा
झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के वॉर्ड नम्बर 8 में महिला चिकित्सक के साथ की गई अभद्रता से
झाँसी : महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलिज के वॉर्ड नम्बर 8 में महिला चिकित्सक के साथ की गई अभद्रता से भड़के जूनियर डॉक्टर्स का आज फिर तीमारदारों से विवाद हो गया। इस दौरान हुई मारपीट में आइसीयू का काँच टूट गया। घटना से गुस्साए जूनियर डॉक्टर्स ने इमरजेन्सी से मरी़ज के तीमारदारों को बाहर निकाल दिया और नए मरी़जों को उपचार करना बन्द कर दिया।
गुरसराँय थाना क्षेत्र के कटरा निवासी हमीदन पत्नी छिद्दी खान मेडिकल कॉलिज के 8 नम्बर वॉर्ड में भर्ती हैं। उनको देखने के लिए एक युवक आया था। महिला चिकित्सक हमीदन का इलाज कर रही थीं कि उस युवक का उनके साथ से किसी बात को लेकर तू-तड़ाक होने लगी और युवक ने महिला डॉक्टर के साथ अभद्रता कर दी। इसकी भनक लगते ही जूनियर डाक्टर्स वहाँ पहुँच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जूनियर डाक्टर्स का पप्पू नामक युवक से विवाद दौरान मारपीट हो गई, जिससे आइसीयू का काँच टूट गया। इस विवाद की जानकारी मिलने पर आए मेडिकल कॉलिज के सीएमएस डॉ. हरिश्चन्द्र आर्य ने जूनियर डॉक्टर्स को समझाने का प्रयास किया, पर वे नहीं माने। जूनियर डॉक्टर्स का कहना था कि मरी़ज के तीमारदारों ने महिला चिकित्सक के साथ अभद्रता की है, उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाए। इस पर सीएमएस ने चौकी विश्वविद्यालय पुलिस को सूचना दी।
सुरक्षा पर उठे सवाल
मेडिकल कॉलिज में व्यवस्थाएं चौक-चौबन्द करने के लिए सुरक्षा गार्ड के अलावा मेडिकल चौकी में चौबीस घण्टे पुलिस बल तैनात रहता है, लेकिन शायद ही ऐसा कोई दिन बीतता हो, जब जूनियर डॉक्टर्स व तीमारदारों के बीच विवाद की ख़्ाबर नहीं आती हो।
पर्याप्त नहीं हैं सुरक्षा के इन्त़जाम
जूनियर डॉक्टर असोसियेशन के अध्यक्ष डॉ. अरुण पाण्डेय कई बार मेडिकल कॉलिज व ़िजला प्रशासन के समक्ष डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए पुख्ता इन्त़जाम करने की माँग उठा चुके हैं। उन्होंने कहा इसको लेकर केवल आश्वासन ही मिलता है, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए मेडिकल कॉलिज प्रशासन आज तक कोई ठोस इन्त़जाम नहीं कर पाया है। इससे जूनियर डॉक्टर्स में न केवल आक्रोश व्याप्त है, बल्कि वे अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं।
1 मरी़ज के साथ रहते 5 तीमारदार
मेडिकल कॉलिज में इलाज कराने आए एक मरी़ज के साथ कम से कम 4-5 तीमारदार रहते हैं, जबकि नियमानुसार एक मरी़ज के साथ एक तीमारदार ही होना चाहिए। मेडिकल कॉलिज प्रशासन द्वारा इस तरह की कोई पहल नहीं की जा रही है, जिसकी वजह से मेडिकल कॉलिज के इमरजेन्सी व वॉर्ड्स में तीमारदार जमघट लगाए रहते हैं। इससे चिकित्सकों को चिकित्सीय काम में तो असुविधा होती ही है, इलाज के दौरान तीमारदारों से उनकी चिकचिक अलग होती रहती है, जो विवाद का कारण बनता है।
चौकी प्रभारी निलम्बित
- एसएसपी ने सीओ सदर व एएसपी को सौंपी जाँच
- 'एक नम्बर भरोसे का' पर की गयी थी शिकायत
झाँसी : ़जमीन के विवाद के चलते एक व्यक्ति ने एनडीपीएस ऐक्ट में बन्द करने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक किरण एस. ने ग्वालियर रोड चौकी प्रभारी राशिद खाँ को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया और इसकी जाँच सीओ (सदर) व एएसपी को सौंप दी।
बता दें सीपरी बा़जार थाना क्षेत्र के नया गाँव पावर हाउस के पास रहने वाले राहुल रायकवार ने 'एक नम्बर भरोसे का' पर शिकायत दर्ज कराते हुए आइजी को बताया था कि ग्वालियर रोड चौकी प्रभारी ने उसके पिता रमेश चन्द्र रायकवार को चौकी बुलाया और एनडीपीएस ऐक्ट में जेल भेज दिया, जबकि महेश रायकवार से उनका ़जमीन विवाद चला आ रहा था।