पार्टी के प्रति निष्ठा की कद्र समझा गए योगी
पुण्य स्मरण पूर्व मंत्री उमानाथ ¨सह की वैचारिक प्रतिबद्धता को सराहा मुख्यमंत्री ने कांग्रेस व मोदी सरकार में अंतर का पढ़ाया पाठ जागरण संवाददाता, जौनपुर: शुरुआत में आरएसएस से जुड़कर सेवा के क्षेत्र में उतरे उमानाथ ¨सह ने तत्कालीन भाजपा सरकार में मंत्री पद तक का सफर हासिल किया। इस दौरान तमाम राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बावजूद उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं डिगी। उमानाथ ¨सह स्मृति सेवा संस्थान के तत्वाधान में पूर्व मंत्री की 24 वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को प्रेरक व आदर्श बताते हुए जमकर सराहा। मुख्यमंत्री ने जिले में निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज का नामकरण उमानाथ ¨सह के नाम पर किए जाने की मंच से घोषणा करते हुए कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता की क्या कद्र होती है इसे स्पष्ट रूप से समझा भी गए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: शुरुआत में आरएसएस से जुड़कर सेवा के क्षेत्र में उतरे उमानाथ ¨सह ने तत्कालीन भाजपा सरकार में मंत्री पद तक का सफर हासिल किया। इस दौरान तमाम राजनीतिक उतार-चढ़ाव के बावजूद उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं डिगी। उमानाथ ¨सह स्मृति सेवा संस्थान के तत्वाधान में पूर्व मंत्री की 24 वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को प्रेरक व आदर्श बताते हुए जमकर सराहा। मुख्यमंत्री ने जिले में निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज का नामकरण उमानाथ ¨सह के नाम पर किए जाने की मंच से घोषणा करते हुए कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता की क्या कद्र होती है इसे स्पष्ट रूप से समझा भी गए।
इसके पहले की भाजपा सरकारों ने भी पूर्व मंत्री की कुर्बानी को सलाम करते हुए जिला चिकित्सालय, वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनिय¨रग संस्थान सहित कई बड़ी परियोजनाओं व संस्थाओं का नामकरण उनके नाम पर किया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्तमान राजनीतिक हालात, आगामी लोकसभा चुनाव जीतने की चुनौती के लिए कार्यकर्ताओं की पार्टी के प्रति निष्ठा ²ढ़ रखने का संदेश भी दिया।
इसके पहले केंद्र में सत्तारूढ़ रहने वाली कांग्रेस सरकार व वर्तमान मोदी सरकार के कार्य व्यवहार का भी अंतर उदाहरण सहित समझाया।
उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी का बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया भेजा जाता है तो पात्रों तक केवल दस पैसा पहुंचता है। इसमें उनकी बेचारगी झलकती थी। इसके विपरीत मजबूत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार पर नकेल की ²ढ़ इच्छा शक्ति दिखाई और कहा कि दिल्ली से एक रुपया भेजेंगे तो गरीबों-जरूरतमंदों को पूरा एक रुपया मिलेगा। मुख्यमंत्री ने सपा की कार्य शैली को अराजक तत्वों को संरक्षण देने वाली शैली बताते हुए लोगों को सावधान भी किया।
कैबिनेट मंत्री डा.रीता बहुगुणा जोशी ने उमानाथ ¨सह को राष्ट्रवाद से ओत-प्रोत सामाजिक चेतना का प्रतीक, राज्यमंत्री गिरीश यादव ने गरीबों-असहायों की आवाज बताया। सांसद केपी ¨सह ने अपने पिता उमानाथ ¨सह के विचारों व कार्यों को जन कल्याणकारी बताया। सांसद राम चरित्र निषाद ने भी पूर्व मंत्री को श्रद्धांजलि दी और मुख्यमंत्री के समक्ष अति पिछड़ों के हितों से संबंधित एक मांग रखी। अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष पूर्व विधायक रघुराज ¨सह, आभार ज्ञापन कालेज प्रबंधक उमानाथ ¨सह के अनुज अशोक कुमार ¨सह ने किया।
जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय, विधायक डा.हरेंद्र प्रसाद ¨सह, दिनेश चौधरी, रमेश मिश्रा, पूर्व विधायक द्वय सीमा द्विवेदी, हरि प्रताप ¨सह, प्राचार्य विनोद ¨सह आदि मंचासीन रहे। संचालन डीआर ¨सह ने किया।