फुटपाथ व सड़क के बीच बनी नाली बन रही काल
जौनपुर-आजमगढ़ राजमार्ग पर पंचहटिया से धर्मापुर मोड़ (प्रसाद तिराहा) के बीच फुटपाथ व सड़क के बीच बनी ढलानदार नाली काल साबित हो रही है।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: जौनपुर-आजमगढ़ राजमार्ग पर पंचहटिया से धर्मापुर मोड़ (प्रसाद तिराहा) के बीच फुटपाथ व सड़क के बीच बनी ढलानदार नाली काल साबित हो रही है। शायद ही कोई दिन ऐसा होता हो जब नाली में दोपहिया वाहन के फिसलने से कोई न कोई जख्मी न होता हो। कई घटनाओं में तो मौत तक हो चुकी है। पांच महीने से भी कम समय में चार लोगों की जान जा चुकी है। व्यस्ततम राजमार्ग के किनारे जोखिमपूर्ण तरीके से नाली का निर्माण कहीं से न्याय संगत नहीं दिखता।
स्थिति यह है कि नाली करीब छह इंच गहरी और दोनों तरफ से ढलानदार होने के कारण खासतौर पर दोपहिया वाहन सवार पार करते समय नाली में चले जाने पर फिसलकर गिर जाते हैं। ऐसे में पीछे या सामने से आने वाले वाहन थोड़ी सी चूक में चपेट में आ जाते हैं, जिससे उनकी जान तक चली जाती है। गत पांच माह से भी कम समय में इस नाली से हुए हादसों में पांच लोगों की जान चुकी है लेकिन किसी भी जिम्मेदार का ध्यान इस ओर नहीं है। पांच के अंदर कब-कब हुए हादसे
27 अप्रैल: केराकत कोतवाली क्षेत्र के मुर्की गांव निवासी शहनाज (60) पत्नी लल्लन की बाइक के नाली में फिसलने के बाद वह सड़क पर गिर गई। जिससे ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई।
24 मई: महराजगंज थाना क्षेत्र के कोल्हुआ निवासी सलाउद्दीन (33) भी सामने से आ रहे वाहन से बचने के प्रयास में फिसल गए। ऐसे में ट्रक की चपेट में आने ले मौत हो गई।
20 जुलाई: रेखा देवी (25) पत्नी गणेश यादव निवासी उबारपुर देवकली जिला आजमगढ़ अपने भाई के साथ बच्चे को दवा दिलाने जाते आईं थीं। असंतुलित होकर बाइक के नाली में जाने से गिर गईं। इसके बाद ट्रक से कुचलकर मौत हो गई।
10 सितंबर: मोनी बेगम (26) पत्नी मोनू अंसारी निवासी नई बस्ती धरसौना बाजार थाना चोलापुर जिला वाराणसी यहां आई थीं। पति व बच्चों संग घर जा रही थी कि नाली में बाइक फिसलने के चलते ट्रक के नीचे आ गईं और मौत हो गई।