7.83 करोड़ से विद्यालय तैयार, नौ साल से शिक्षकों की तैनाती का इंतजार
सिरकोनी क्षेत्र के गयासपुर गांव में 7.
जागरण संवाददाता, जौनपुर: सिरकोनी क्षेत्र के गयासपुर गांव में 7.83 करोड़ की लागत से बने आश्रम पद्धति आवासीय विद्यालय को नौ साल से शिक्षकों की नियुक्ति का इंतजार है। व्यवस्था में खामी के चलते गरीब-गुरबों के बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की महत्वाकांक्षी योजना पर ग्रहण लग गया है। विकास का डंका पीटने वाले जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोकसभा चुनाव में संसाधनों से लैस इस विद्यालय के प्रति बेरूखी का मुद्दा सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।
बसपा सरकार में तत्कालीन कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण राय के प्रयास से लगभग पांच एकड़ भूमि में सात करोड़ तिरासी लाख रुपये की लागत से 11 शिक्षण कक्ष, दो लैब, बच्चों के रहने हेतु 40 कमरों का हास्टल, प्रधानाचार्य आवास, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए आवास, किचेन का निर्माण पूर्ण कर भवन समाज कल्याण विभाग को हैंडओवर कर दिया गया। इतना ही नहीं कुर्सी, मेज, बेड आदि संसाधन भी मुहैया करा दिए गए हैं। आश्रम पद्धति विद्यालय में कक्षा छह से आठ तक 480 छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ ही अच्छे संस्कार दिया जाना है। छात्रों भोजन, कपड़ा व अन्य सुविधाएं सभी सुविधाएं मिलनी हैं। नौ साल बीत गए लेकिन शिक्षण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। नई सरकार बनने के बाद क्षेत्रीय लोगों में उम्मीद जगी है कि अब उनके नौनिहालों का भविष्य संवर जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरे वर्ष भी शिक्षण सत्र शुरू हो गया लेकिन अभी तक न तो शिक्षकों, कर्मचारियों की नियुक्ति की गई और न ही प्रवेश की प्रक्रिया ही आरंभ हो पाई है। लोकसभा चुनाव में आचार संहिता लगने के कारण दो माह नियुक्ति प्रक्रिया भी नहीं शुरू हो सकती है। आवासीय विद्यालय में सारी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। संसाधन उपलब्ध हैं। इसमें 480 छात्र-छात्राओं का प्रवेश लिया जाना है। प्रवेश परीक्षा के आधार पर होने हैं। प्रवेश के बाद संबंधित छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा व नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षकों व कर्मचारियों की नियुक्ति हेतु कई बार शासन को पत्र भेजा गया है। अब चुनाव बाद ही कोई कार्रवाई होगी।
विपिन कुमार यादव
समाज कल्याण अधिकारी