दस माह बाद भी पुलिस नहीं सुलझा सकी हत्या की गुत्थी
जागरण संवाददाता मीरगंज (जौनपुर) किशुनदासपुर गांव में युवक की हत्या के बाद बोरे में भर
जागरण संवाददाता, मीरगंज (जौनपुर): किशुनदासपुर गांव में युवक की हत्या के बाद बोरे में भरकर शव कुएं में फेंके जाने के मामले का पुलिस दस महीने बाद भी राजफाश नहीं कर सकी है। कातिलों की गिरफ्तारी तो दूर की बात पुलिस अब तक यह भी पता नहीं लगा सकी है कि हत्या किसने और क्यों की थी। एसपी के वादे पर पुलिस के खरा न उतरने से मृत युवकों के स्वजनों की कातिलों के पकड़े जाने की उम्मीद टूटती जा रही है।
घर से करीब एक सप्ताह से लापता गांव निवासी परमेंद्र पाल पुत्र देवराज पाल का शव 22 जनवरी को घर से कुछ दूर स्थित कुएं में बोरे में भरकर फेंका मिला था। छानबीन में मदद को मौके पर बुलाया गया खोजी कुत्ता कोई सुराग नहीं दे सका था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने 25 जनवरी को मौका मुआयना करने के बाद मृतक के स्वजनों को आश्वस्त किया था कि हत्याकांड का जल्द राजफाश कर कातिल को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की शुरुआती छानबीन से लगा कि मामले का जल्द ही पर्दाफाश हो जाएगा। कातिल जेल की सलाखों के पीछे होंगे, लेकिन कुछ दिनों बाद पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठ गई। मृत युवक या उसके स्वजनों की किसी से कोई रंजिश थी नहीं। ऐसे में सवाल उठता है कि हत्या किसने और क्यों की। तब से कई थानेदार बदल गए, लेकिन कोई भी हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझा सका।