बिजली उपकेंद्र पट्टीनरेंद्रपुर पर नजर-ए-इनायत की दरकार
एक साल पहले से बनकर तैयार जर्जर तार बने समस्या की जड़ जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर): पट्टीनरेंद्रपुर बाजार में एक साल से बनकर तैयार विद्युत उपकेंद्र अपने चालू होने की बाट जोह रहा है। जब कि बाजार व उसके अगल-बगल दर्जनों गांवों में आज भी दस किमी दूर खुटहन से बिजली आपूर्ति होती है।
जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर): पट्टीनरेंद्रपुर बाजार में एक साल से बनकर तैयार विद्युत उपकेंद्र अपने चालू होने की बाट जोह रहा है। जब कि बाजार व उसके अगल-बगल दर्जनों गांवों में आज भी दस किमी दूर खुटहन से बिजली आपूर्ति होती है।
बाजार के दक्षिणी छोर पर जून 2016 में तत्कालीन ऊर्जा राज्यमंत्री शैलेंद्र यादव'ललई'ने 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र का निर्माण शुरू कराया। काम युद्धस्तर पर हुआ और एक वर्ष के अंदर ही उपकेंद्र बनकर तैयार भी हो गया। लेकिन अब आपूर्ति शुरू करने को लेकर विभाग के ही अलग-अलग दावे हैं। विभाग से ही जुड़े एक कर्मी के अनुसार कुछ तकनीकी समस्याओं की वजह से उपकेंद्र चालू नहीं हो रहा है। इसके पीछे मुख्य वजह बाजार की आपूर्ति अलग न हो पाना है। यानी उपकेंद्र पर पट्टी बाजार, अमावां तथा भटौली सहित कुल तीन पैनल हैं। इनमें अभी बाजार व अमावां की आपूर्ति एक ही पैनल पर है। मसलन यदि अमावां की बिजली खराब होती है तो आधे कस्बे की भी बिजली गुल हो जाएगी। लेकिन यदि बाजार को अलग कर दिया जाएगा तो यह समस्या नहीं आएगी।
उधर एसडीओ दीपक जायसवाल की माने तो शाहगंज से दो उपकेंद्रों आदमपुर व खुटहन को पहले ही बिजली आपूर्ति हो रही है। तार पुराने व जर्जर हो चुके हैं। उनपर अब एक और उपकेंद्र यानी पट्टीनरेंद्रपुर का लोड नहीं दिया जा सकता। शाहगंज से आदमपुर तक मेन तार बदलने की कवायद चल रही है। इसके बाद ही पट्टीनरेंद्रपुर उपकेंद्र चालू हो सकेगा।