स्वामी रामदेव ने योग के साथ सफल जीवन के बताए सूत्र
योग ऋषि स्वामी रामदेव ने युवाओं को योग का अभ्यास कराने के साथ ही जीवन की सफलता के कुछ अहम सूत्र भी बताए। वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में उन्होंने बड़ी तादाद में जुटे छात्र-छात्राओं को योग, व्यायाम के महत्व को न केवल बखूबी समझाया बल्कि उसका अभ्यास भी कराया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: योग ऋषि स्वामी रामदेव ने युवाओं को योग का अभ्यास कराने के साथ ही जीवन की सफलता के कुछ अहम सूत्र भी बताए। वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में उन्होंने बड़ी तादाद में जुटे छात्र-छात्राओं को योग, व्यायाम के महत्व को न केवल बखूबी समझाया बल्कि उसका अभ्यास भी कराया।
उन्होंने छात्रों को बलवान, प्रज्ञावान, चरित्रवान, श्रद्धावान बनने के लिए अपने जीवन में नियमित योग को अपनाने की नसीहत दी। कहा कि इस युवा भारत का सबल युवा ही सही मायने में राष्ट्र का उत्थान व स्वामी विवेकानंद के सपनों को साकार कर सकता है।
ठीक 11 बजकर 20 मिनट पर योग ऋषि मंचासीन हो गए लेकिन तब तक अपेक्षित भीड़ न होने के कारण काफी देर बाद उनका योग का अभ्यास व उद्बोधन का कार्यक्रम हुआ। हालांकि जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे दूर-दराज के जनपदों के छात्र-छात्राओं की आमद होती गई। हालांकि मैदान का एक हिस्सा अंत तक खाली ही रह गया। मंचासीन होने के करीब सवा दो घंटे बाद स्वामी रामदेव योगाभ्यास व अपने संबोधन के जरिए साधकों से मुखातिब हुए। तब तक लंबा समय बीत जाने के कारण उन्होंने योगाभ्यास व अन्य सूक्ष्म आसनों-प्राणायामों को जल्द ही समाप्त कर दिया।
इसके पूर्व उन्होंने संगोष्ठी भवन में तकरीबन डेढ़ घंटे तक पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान, युवा भारत, पतंजलि किसान सेवा व महिला योग समिति के सेवाव्रतियों के साथ अलग से बैठक की। इसमें उन्होंने संगठन की सक्रियता व अन्य गतिविधियों पर जरूरी चर्चा करते हुए कुछ दिशा-निर्देश दिए और सेवाव्रतियों को उनके उद्देश्यों का भान कराते हुए जोश भरा।
इस मौके पर अचल हरीमूर्ति, शशीभूषण यादव, अमित आर्य, जितेंद्र यादव, ध्रुवराज, हेमंत, राज यादव, प्रवीण कुमार ¨सह, अंकित श्रीवास्तव समेत बड़ी तादाद में संगठन से जुड़े लोग मौजूद रहे। ..मैं स्वामी रामदेव बोल रहा हूं
राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में मंचासीन योग ऋषि स्वामी रामदेव ने कुछ ही देर बाद बिना किसी औपचारिकता से स्वयं व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुट गए। उन्होंने माइक पर आते ही कहा मैं स्वामी रामदेव बोल रहा हूं, फिर तंज कसा कि अपना नाम खुद इसलिए बता रहा हूं क्योंकि यहां बोलने वाले बहुत हैं. फिर वे छात्रों को कैसे, कितनी दूर पर बैठना है, उसका स्वयं निर्देश देने में जुट गए। ..भीड़ की होती रही प्रतीक्षा
मौसम साफ व तेज धूप के बावजूद समारोह शु्रू होने के समय दावे से काफी दूर व अपेक्षित भीड़ नहीं जुट पाई थी। कार्यक्रम में सक्रिय लोग लगातार भीड़ का आंकलन करते देखे गए। सम्प्रति अपेक्षित भीड़ जुटने की प्रतीक्षा का ही आलम रहा कि मंच पर आने के करीब सवा दो घंटे के बाद योग ऋषि स्वामी रामदेव द्वारा योगाभ्यास व अपना संबोधन किया गया। इस बीच आयोजक अन्य औपचारिकताएं पूरी कराते रहे।