सराफा कारोबारी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
केराकत कोतवाली के बेलांव बाजार में बुधवार की रात युवा सराफा कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कारण प्रेम प्रपंच बताया जा रहा है। मंगलवार को उसने मौत को गले लगाने के इरादे से कीटनाशक पदार्थ खा लिया था लेकिन समय रहते उपचार से जान बच गई थी।
जागरण संवाददाता, मुफ्तीगंज (जौनपुर): केराकत कोतवाली के बेलांव बाजार में बुधवार की रात युवा सराफा कारोबारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। कारण प्रेम प्रपंच बताया जा रहा है। मंगलवार को उसने मौत को गले लगाने के इरादे से कीटनाशक पदार्थ खा लिया था लेकिन समय रहते उपचार से जान बच गई थी।
पड़ोसी जिले आजमगढ़ के मेहनाजपुर का मूल निवासी सोनू सेठ (35) बेलांव बाजार में किराए के मकान में पत्नी शिल्पा सोनी व बच्चों संग रहता था। वह जलालपुर थाना क्षेत्र के राजेपुर में सोने-चांदी के आभूषण की दुकान चलाता था। बुधवार की देर रात वह कहीं से तिलकोत्सव में शामिल होकर घर लौटा। पत्नी व बच्चों के साथ कमरे में सोने चला गया। देर रात सभी सो गए तो उसने बगल के कमरे में जाकर छत में लगे पंखे के हुक में साड़ी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुरुवार की सुबह पत्नी जागी तो फंदे से सोनू की लाश लटकती देख शोर मचाया। आस-पास के लोग जुट गए। घटना की सूचना परिजनों व पुलिस को दी गई। चर्चा है कि राजेपुर में ही किसी युवती के साथ उसका प्रेम प्रपंच चल रहा था। इसे लेकर वह काफी तनावग्रस्त रहता था। इसी मनोदशा में उसने मंगलवार को कीटनाशक खा लिया था। समय रहते इलाज हो जाने से उसकी जान बच गई थी। उसकी शादी आठ साल पहले हुई थी। उसके पिता का पहले ही निधन हो चुका है। तीन भाइयों में मृत सोनू सबसे बड़ा था। खबर पाकर घर से मृतक का भाई आशीष सेठ व केराकत स्थित ससुराल से ससुर सुभाष सेठ व अन्य आ गए। सोनू के तीन बेटियां और सबसे छोटा साल भर का बेटा है। धाड़ें मारकर रो रही शिल्पा यही समझ नहीं पा रही है कि बाकी पहाड़ सरीखी जिदगी किसके सहारे गुजारेगी। बच्चों का पालन-पोषण कैसे करेगी।