पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
पृथ्वी दिवस के मौके पर सोमवार को धरा को बचाने का संकल्प आयोजनों के माध्यम से लिया गया। संदेश दिया गया कि हमारा अस्तित्व तभी सुरक्षित रहेगा जब हम इस धरती को सुरक्षित व संरक्षित रखेंगे। धरती की हरियाली व पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में निबंध स्लोगन व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराया गया। साथ ही कुछ स्थानों पर पौधरोपण भी किए गए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: पृथ्वी दिवस के मौके पर सोमवार को धरा को बचाने का संकल्प आयोजनों के माध्यम से लिया गया। संदेश दिया गया कि हमारा अस्तित्व तभी सुरक्षित रहेगा, जब हम इस धरती को सुरक्षित व संरक्षित रखेंगे। धरती की हरियाली व पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में निबंध, स्लोगन व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्रों ने अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराया गया। साथ ही कुछ स्थानों पर पौधरोपण भी किए गए।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एनवायर्नमेंटल साइंस विभाग द्वारा पृथ्वी दिवस के अवसर पर संगोष्ठी व रैली का आयोजन कर छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त छात्रों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो. वीके पांडेय ने पृथ्वी संरक्षण एवं भारतीय दर्शन विषय पर व्याख्यान में देते हुए कहा कि बढ़ते प्रदूषण से पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं, जो चिता का विषय है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी को गंभीर होना होगा। उन्होंने कहा कि हमारे अमानवीय व्यवहार हमें जलवायु परिवर्तन जैसे संकट से जूझने के लिए मजबूर कर रहे हैं, जो भविष्य में विनाश की वजह बनेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षा प्रो. वंदना राय, संचालन डा. विवेक कुमार पांडेय, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा.अभिषेक भारद्वाज ने किया। डा. सुधीर कुमार उपाध्याय, डा.एसपी तिवारी, डा. मनीष कुमार गुप्ता शामिल रहे। शाहगंज में गोड़िला फाटक पर पौधारोपण एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। समाजसेवी जयराम जायसवाल ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि वृक्ष ही हमें नया जीवन दे सकते हैं। उमेश सिंह, श्यामसुंदर साहू, अनिरुद्ध मौर्य, पंकज जायसवाल, दयानंद जायसवाल, अतुल जायसवाल शामिल रहे गौराबादशाहपुर के पिलखिनी स्थित सेंट जेवियर स्कूल के प्रधानाचार्य प्रीती सिंह सिंह ने छात्रों को पर्यावरण संरक्षण की सीख दी। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने पृथ्वी की रंगोली बनाकर उसके चारों तरफ मानव श्रृंखला भी बनाई और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।