मानव अधिकार हनन का सबसे बड़ा कारण है गरीबी
जागरण संवाददाता जौनपुर राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस विषय पर विधिक साक्षरता शिविर का आयो
जागरण संवाददाता, जौनपुर : राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस विषय पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन गुरुवार को मध्यस्थता हाल एडीआर भवन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जौनपुर में किया गया।
सिविल जज सीनियर डिवीजन/प्रभारी सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मोहम्मद फिरोज ने बताया कि मानव अधिकार दिवस हर साल दस दिसंबर को दुनिया भर में मनाया जाता है। वर्ष 1948 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दस दिसबंर को हर साल इसे मनाए जाने की घोषणा की गई थी। कहा कि गरीबी मानव अधिकारों के हनन का सबसे बड़ा कारण है, इसलिए गरीबी को खत्म कर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराए बिना मानव अधिकार के लिए लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती है। मानव अधिकार का अर्थ उन मूल अधिकारों से है, जो सभी को समान रूप से जीवन जीने, स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और एक समान व्यवहार की प्राप्ति का अधिकार प्रदान करता है। दिलीप कुमार सिंह व अवधेश पांडेय द्वारा मानवाधिकार के कारण व उद्देश्य पर प्रकाश डाला। पैनल अधिवक्ता देवेंद्र कुमार यादव द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा महिलाओं को प्रदान की जाने वाली सहायता के बारे में बताया गया। संचालन मनोज कुमार वर्मा ने किया। मानवाधिकार दिवस पर पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
जागरण संवाददाता, खुटहन/बदलापुर: विश्व मानव अधिकार दिवस पर गुरुवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय बालिका इंटर कालेज रुस्तमपुर में पर्यावरण संरक्षण पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। शिक्षकों ने छात्रों का आह्वान किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करें। इसके साथ ही पालीथिन का इस्तेमाल न करें। श्रीकृष्ण पांडेय ने पर्यावरण संरक्षण में सभी की सहभागिता जरूरी है। प्रधानाचार्य प्रिया पांडेय, आरती पाल, बृजेंद्र तिवारी, सरिता तिवारी व त्रिलोचन प्रचेता मौजूद रहे। बदलापुर के सल्तनत बहादुर पीजी कालेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डा. बृजेंद्र सिंह ने स्वयंसेवक व स्वयं सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मानवाधिकारों के प्रति सजगता आवश्यक है। जहां डा. पवन कुमार सिंह, डा. रेखा मिश्रा, डा. रोहित सिंह मौजूद रहे। मानवाधिकार दिवस महज औपचारिकता
जागरण संवाददाता, जौनपुर; विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर गुरुवार को हिदुस्तान मानवाधिकार संगठन के शिविर कार्यालय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें संगठन के प्रदेश मुख्य सचिव वकार हुसैन ने कहा कि मानवाधिकार दिवस का आयोजन वर्तमान दौर में महज औपचारिकता बनकर रह गई है। प्रदेश भर में बढ़ता अपराध, भ्रष्टाचार, लूट, मुकदमों में फंसाना और फर्जी एनकाउंटर की घटनाएं मानवाधिकार की धज्जियां उड़ा रही हैं। इस अवसर पर संस्था के उपाध्यक्ष ज्ञान कुमार, महाराष्ट्र के प्रदेश प्रभारी विनोद कुमार विश्वकर्मा, हसनैन कमर दीपू, आरिफ हुसैनी, एसक्यू र•ा आदि मौजूद थे।