बेसहारा पशुओं की मदद को आगे आ रहे लोग
बेसहारा पशुओं को आश्रय देने का फरमान तो जारी कर दिया गया है लेकिन उनके खान-पान व रख-रखाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। अस्थाई आश्रय केंद्रों पर लाए गए बेजुमानों की मदद के लिए व्यवसायी व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग आने लगे हैं।
जासं, जौनपुर: बेसहारा पशुओं को आश्रय देने का फरमान तो जारी कर दिया गया है लेकिन उनके खान-पान व रख-रखाव की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। अस्थाई आश्रय केंद्रों पर लाए गए बेजुमानों की मदद के लिए व्यवसायी व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग आगे आने लगे हैं।
शनिवार को गहना कोठी फर्म के प्रोप्राइटर विपिन सेठ आश्रय केंद्र पर पहुंचे। पशुपालन विभाग के कर्मियों ने बताया कि पशुओं की संख्या के हिसाब से नाद की व्यवस्था न होने के कारण छोटे जानवर ठीक से भोजन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने इस समस्या को देखते हुए साठ फिट लंबी चरनी बनाने के लिए धन दिया। कहा कि आगे भी रख-रखाव व चारे के लिए मदद करते रहेंगे।