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जिले में अब पशुओं का भी अल्ट्रासाउंड

दुधारू पशुओं में बांझपन रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ी पहल की गई है। अब जिले में बांझपन रोग से ग्रस्त पशुओं का इलाज अल्ट्रासाउंड करके संभव होगा। इसके लिए वाराणसी मंडल से चार पशु चिकित्सकों को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो-अनुसंधान संस्थान, मथुरा में तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है। इसमें जनपद जौनपुर से सुइथाकलां ब्लॉक के पशु चिकित्सालय अढ़नपुर में तैनात डा. आलोक ¨सह पालीवाल का भी चयन हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 08:54 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 08:54 PM (IST)
जिले में अब पशुओं का भी अल्ट्रासाउंड

जागरण संवाददाता, सरपतहां (जौनपुर): दुधारू पशुओं में बांझपन रोकने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ी पहल की गई है। अब जिले में बांझपन रोग से ग्रस्त पशुओं का इलाज अल्ट्रासाउंड करके संभव होगा। इसके लिए वाराणसी मंडल से चार पशु चिकित्सकों को पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो-अनुसंधान संस्थान, मथुरा में तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है। इसमें जनपद जौनपुर से सुइथाकलां ब्लॉक के पशु चिकित्सालय अढ़नपुर में तैनात डा. आलोक ¨सह पालीवाल का भी चयन हुआ है।

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उन्होंने कहा कि आज पशुओं में तमाम छोटी-बड़ी बीमारियों के अलावा बांझपन सबसे बड़ी समस्या है। कई-कई बार यहां तक कि कुछ उदाहरण तो ऐसे भी हैं जहां पशुपालकों ने दर्जनों बार अपने पशुओं का सीमेन कराया ¨कतु बांझपन रोग से ग्रस्त पशु ने बच्चा नहीं दिया। अभी तक अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था न होने से इस बीमारी का इलाज सिर्फ संभावनाओं के आधार पर किया जाता था। ¨कतु अब पशुओं का भी अल्ट्रासाउंड करके बीमारियों का निदान करना संभव होगा।


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