दो लाख फिरौती के बाद प्रयागराज से मासूम मुक्त
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र सिद्दीकपुर में घर के सामने खेलते समय रविवार को दोपहर बाइक सवार बदमाशों द्वारा अगवा किए गए मासूम का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिल सका है। अपहर्ताओं की ओर से अभी तक बालक के परिजनों से किसी तरह से संपर्क भी नहीं किया गया है। किसी अनहोनी की आशंका परिजन डरे-सहमे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, मल्हनी (जौनपुर): सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सिद्दीकपुर से रविवार को दोपहर घर के सामने खेलते समय दोपहर बाइक सवार बदमाशों द्वारा अगवा किया गया बालक सोमवार को सुरक्षित मिल गया। सूत्र बताते हैं कि दो लाख रुपये फिरौती के रूप में लेने के बाद अपहर्ताओं ने प्रयागराज में बालक को मुक्त किया।
धौरइल गांव के मूल निवासी राहुल कुमार मिश्रा की सिद्दीकपुर स्थित गैस गोदाम के पास थर्माकोल प्लेट बनाने की मशीन बेचने की फर्म है। वहीं वह सपरिवार रहते भी हैं। पड़ोस के स्कूल में शिशु कक्षा में पढ़ने वाला राहुल मिश्रा का सात वर्षीय पुत्र प्रांजल रविवार को दोपहर में घर के सामने खेल रहा था। उसी समय बाइक पर सवार होकर पहुंचे दो बदमाश उसे लेकर शहर की तरफ भाग गए। घटना की खबर लगते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस सुराग की तलाश में जुट गई। सोमवार की सुबह नौ बजे राहुल के पास अपरिचित नंबर से कॉल करने वाले ने कहा कि बच्चे को ¨जदा चाहते हो तो दो लाख रुपये लेकर एक बजे फूलपुर (प्रयागराज) आओ। राहुल पुलिस को सूचना देने के साथ ही रुपये का इंतजाम कर कुछ साथियों के साथ कार से निकल पड़े। एक बजे उसी ने फिर फोन कर फाफामऊ आने को कहा। वहां पहुंचने पर फिर कॉल कर शांतिनगर में एक ढाबे पर अकेले आने को कहा। राहुल मिश्र साथियों को उतारने के बाद ढाबे पर पहुंचे तो अपहर्ताओं में से एक रुपये लेने के बाद चला गया। कुछ ही देर बाद फोन कर कहा कि प्रांजल ढाबे पर बैठा है। राहुल बेटे को लेकर वापस साथियों के पास आ गए।
इसी दौरान पुलिस की क्राइम ब्रांच सर्विलांस के सहारे पीछा करते हुए प्रयागराज पहुंच गई। वहां मिलने पर राहुल ने पूरी बात पुलिस को बताई। पुलिस राहुल को साथ लेकर अपहर्ताओं की तलाश में जुटी हुई है। उधर, राहुल के साथ बालक को लेकर देर रात घर लौट आए। फिलहाल फिरौती देकर बालक को मुक्त कराने की पुष्टि आधिकारिक तौर पर नहीं की जा रही है।