रत्नप्पा कुम्भार के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की जरूरत
जागरण संवाददाता जौनपुर संविधान सभा के सदस्य व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पद्मश्री रत्नप्पा कुम्भार की
जागरण संवाददाता, जौनपुर: संविधान सभा के सदस्य व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पद्मश्री रत्नप्पा कुम्भार की 112 वीं जयंती बुधवार को सिद्धार्थ उपवन में महाराजा दक्ष प्रजापति संघर्ष समिति के बैनर तले मनाई गई। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम को माटी कला बोर्ड के सदस्य अजीत प्रजापति, विजय कुमार, अरुण प्रजापति व डा. आरके चक्रवर्ती समेत अन्य ने संबोधित किया। मुख्य अतिथि डूंगर राम गेदर को स्मृ़ति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित की जाए। इसके साथ ही देश व प्रदेश के प्रमुख स्थानों रत्नप्पा कुम्भार की प्रतिमा लगाई जाए।
इसके अलावा नगर के रसीदाबाद में अखिल प्रजापति कुम्भकार समाज की ओर से भी आयोजित कार्यक्रम में डा. रत्नप्पा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मुख्य अतिथि व पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता (राजस्व) गुलाब चंद प्रजापति ने डा. रत्नप्पा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि युवाओं को उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेशीय प्रजापति महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री कैलाश नाथ प्रजापति रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी चंद्रशेखर प्रजापति ने किया, जबकि संचालन संजय प्रजापति ने किया। कार्यक्रम के आयोजक महेंद्र कुमार प्रजापति ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।
इस दौरान सावन प्रजापति, रतन प्रजापति, सुरेन्द्र प्रजापति, दीपक प्रजापति, धर्मेन्द्र प्रजापति, मिठाई लाल प्रजापति समेत अन्य मौजूद थे।
गौरतलब है कि संविधान सभा के सदस्य रत्नप्पा कुम्भार के विचारों ने युवाओं विशेषकर नई पीढ़ी को काफी प्रभावित किया है। उनके विचारों को आत्मसात करने का लोगों ने संकल्प लिया।