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अंतरराज्यीय साइबर क्राइम गिरोह का भंडाफोड़, सात गिरफ्तार

लाइन बाजार थाना पुलिस ने सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अंतरराज्यीय रैकेट के भंडाफोड़ का दावा किया है। आरोपितों के पास से असलहे एटीएम कार्ड चोरी की बाइक व बड़ी संख्या में पासबुकें मिली हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Oct 2019 09:04 PM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 06:04 AM (IST)
अंतरराज्यीय साइबर क्राइम गिरोह का भंडाफोड़, सात गिरफ्तार
अंतरराज्यीय साइबर क्राइम गिरोह का भंडाफोड़, सात गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, जौनपुर: लाइन बाजार पुलिस ने सात साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अंतरराज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान आरोपितों के पास से असलहे, एटीएम कार्ड, चोरी की बाइक व बड़ी संख्या में पासबुक भी मिली हैं।

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सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह ने पत्रकारों को बताया कि रविवार को थानाध्यक्ष लाइन बाजार संजीव कुमार मिश्र सहयोगियों के साथ क्षेत्र में अपराधियों की तलाश में थे। उसी समय मुखबिर ने सूचना दी कि बैंकों में खाते खोलवाकर ठगी का पैसा उसी में मंगाकर निकाल लेने वाले गिरोह के सदस्य कहीं भागने की फिराक में रोडवेज के पास मौजूद हैं। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने घेराबंदी कर मौके पर सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपितों में मोहम्मद दाऊद निवासी गहनी खुर्द थाना फूलपुर, बृजेश कुमार निवासी गांव जिदपुर थाना बरदह, रिकू कुमार व अरुण कुमार निवासी गांव गड़ौली थाना देवगांव जिला आजमगढ़ हैं। तीन अन्य आरोपित अमरेश प्रताप गांव सेनापुर, उमानाथ गांव पचवर व राकेश कुमार निवासी गांव सैद खानपुर बेलवरिया कोतवाली केराकत हैं। उन्होंने बताया कि आरोपितों के पास से आठ मोबाइल फोन, 13 सिमकार्ड, आठ एटीएम कार्ड, एक-एक डायरी, आधार कार्ड, दो मुहरें, पासबुक, तमंचा, कारतूस, बाइक व 6790 रुपये बरामद हुए हैं। इनके खिलाफ लाइन बाजार में छह, आजमगढ़ में तीन व महाराष्ट्र के रायगढ़ में मुकदमे दर्ज हैं। करोड़ों की ठगी का है आरोप

सीओ सिटी ने बताया कि आरोपितों पर साइबर क्राइम के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। पूछताछ में आरोपितों ने कुबूल किया कि वे कालिग कर ऑनलाइन ठगी करने वाला संगठित गिरोह चलाते हैं। दाऊद ने खुलासा किया कि सन 2017 में वह मुंबई में झारखंड निवासी अलीमुद्दीन के संपर्क में आया। गिरोह गांव-गांव घूमकर युवकों को तीन हजार रुपये का प्रलोभन देकर बैंक खाते खोलवाता है। उसका एटीएम कार्ड, चेकबुक, मोबाइल फोन नंबर व सिमकार्ड ले लेते हैं। इसके बदले उसे अलीमुद्दीन से प्रति खाते सात हजार रुपये मिलते हैं। आनलाइन ठगी से मिलने वाले रुपये सीधे-सादे युवकों के खाते में डालकर निकाल लेते हैं। अलीमुद्दीन को दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने अजमेर आजमगढ़ निवासी मनोज को दिल्ली में पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। गिरोह करीब तीन सौ खाते खोलवा चुका है। इनकी गिरफ्तारी से कई मामले सामने आने हैं।


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