चार दिवसीय टीका उत्सव के पहले दिन केंद्रों पर दिखा उत्साह
जनपद के 84 केंद्रों पर रविवार को टीका उत्सव का आगाज हुआ। ज्योतिबा फूले की जयंती से बाबा साहब डाक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती तक चलने वाले चार दिवसीय इस विशेष आयोजन को लेकर लोगों में गजब का उत्साह दिखा। वैक्सीन लगवाने के बाद प्रमाण पत्र के साथ किसी ने सेल्फी ली तो कोई टीका लगवाने की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर साझा किया।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: जनपद के 84 केंद्रों पर रविवार को टीका उत्सव का आगाज हुआ। ज्योतिबा फूले की जयंती से बाबा साहब डाक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती तक चलने वाले चार दिवसीय इस विशेष आयोजन को लेकर लोगों में गजब का उत्साह दिखा। वैक्सीन लगवाने के बाद प्रमाण पत्र के साथ किसी ने सेल्फी ली तो कोई टीका लगवाने की तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर साझा किया। दो दिन बाद शुरू हुए टीकाकरण के कारण केंद्रों पर भीड़ रही है।
वैश्विक महामारी कोरोना से जंग जीतने के लिए 16 जनवरी को चार केंद्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत समारोह पूर्वक की गई। पहले स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंट लाइन वर्करों, वृद्ध व बीमार के बाद अब 45 साल तक के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। राष्ट्रव्यापी इस अभियान के लोग उत्साहपूर्वक जुड़ रहे हैं। कोई परिवार के साथ तो कोई गाजे-बाजे के साथ टीकाकरण के लिए केंद्रों पर पहुंच रहा है। हर दिन अभियान से जुड़ने वालों का कारवां बढ़ता जा रहा है। दो दिन पूर्व वैक्सीन खत्म हो जाने के कारण राष्ट्रव्यापी अभियान में थोड़ा गतिरोध आ गया था, लेकिन प्रधानमंत्री के निर्देश पर रविवार से चार दिवसीय वृहद टीका उत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए जिले में 30 हजार डोज वैक्सीन की आपूर्ति की गई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के सुरक्षा कवच है वैक्सीन, अवश्य लगवाएं टीका
जौनपुर: कोविड-19 टीकाकरण महाभियान से लोग बिदास जुड़ रहे हैं। सुरक्षा कवच रूपी टीका लगवाने के बाद लाभार्थी जनमानस को संदेश दे रहे हैं कि यह वैक्सीन महामारी से जंग जीतने में कारगर हथियार है। इसका शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं है। देशहित में अभियान का हिस्सा बनकर अवश्य टीका लगवाएं।
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टीकाकरण के साथ ही मास्क लगाना न भूलें एवं सामाजिक दूरी का पालन करें द्य अपने देश की वैक्सीन चाहे कोविशील्ड या कोवैक्सीन दोनों ही सुरक्षित है। कोरोना महामारी पर नियंत्रण करने के लिए टीकाकरण सबसे कारगर उपाय है। इसी का नतीजा है कि जिले में लोगों का टीकाकरण कराने के प्रति रुझान बढ़ रहा है। टीकाकरण से शरीर में उस रोग से लड़ने के लिए एंटीबाडी बनती है और शरीर उस रोग से लड़ने में सक्षम होता है। इस समय 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का कोविड-19 टीकाकरण हो रहा है। महामारी को मात देने के लिए टीकाकरण सबसे सुरक्षित रास्ता है।
-डाक्टर अंकिता राज, आकांक्षा समिति की अध्यक्ष।
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कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन सबसे मजबूत तंत्र है। मैंने वैक्सीन की दोनों डोज ली है। मुझे किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। अवसर मिलने पर अवश्य वैक्सीन लगवाएं। वर्तमान में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मास्क व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भीड़ का हिस्सा बनने से बचें। सरकार के गाइड लाइन का पालन कर राष्ट्रहित में अपना योगदान दें।
-अश्वनी जायसवाल, सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी सीएमओ कार्यालय।
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कोविड-19 का संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। सबको सतर्क रहने की जरूरत है। लापरवाही हुई तो स्थिति भयावह हो जाएगी। मैंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है और पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहा हूं। इसलिए 45 वर्ष के ऊपर के सभी लोग नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर वैक्सीन अवश्य लगवा लें। कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन, भीड़-भाड़ में जाने से बचना, बार-बार हाथ साफ करना और मास्क पहना जरूरी है।
-डाक्टर शशि प्रताप सिंह, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन।
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कोरोना के दुष्प्रभाव से बचाव के लिए वैक्सीन सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। मैंने वैक्सीन लगवा लिया है। किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई। जनमानस से आह्वान है कि अवसर आने पर अवश्य वैक्सीन लगवाएं। इसके साथ ही महामारी से बचने के लिए मास्क, सैनिटाइजर सहित गाइड लाइन का पालन करें। सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें।
-गौतम सोनी, पूर्व अध्यक्ष गीतांजलि संस्था।