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समाजसेवियों ने समाचार पत्र वितरकों के कार्यों को सराहा

कहा जाता हैं कि इंसान की असली परीक्षा कठिन दिनों में होती हैं इस मामले में जौनपुर के समाचार पत्र वितरक पास हुए। वजह कि इनके द्वारा कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर से लेकर निरंतर लोगों के घरों तक अखबार बांटने का कार्य चलता रहा। इनके कदम किसी भी डर व भय के कारण नहीं रूके। ऐसे में समाजसेवियों ने समाचार पत्र वितरकों के कार्यो की सराहना की। कहा कि इनका सम्मान होना चाहिए व लोग इनके अखबार का मासिक भुगतान समय पर करें न कि इनको चक्कर लगवाए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 04:43 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 04:43 PM (IST)
समाजसेवियों ने समाचार पत्र वितरकों के कार्यों को सराहा

जागरण संवाददाता, जौनपुर : कहा जाता है कि इंसान की असली परीक्षा कठिन दिनों में होती है। इस मामले में जौनपुर के समाचार पत्र वितरक पास हुए। वजह कि इनके द्वारा कोरोना संक्रमण काल के शुरुआती दौर से लेकर निरंतर लोगों की घरों तक अखबार बांटने का कार्य किया गया। इनके कदम किसी भी डर व भय के कारण नहीं रूके। ऐसे में समाजसेवियों ने समाचार पत्र वितरकों के कार्यों की सराहना की है। कहा है कि इनका सम्मान होना चाहिए। लोग इनके अखबार का मासिक भुगतान समय पर करें। ऐसे में कर्मयोगियों की हर तरफ सराहना हो रही है।

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समाचार पत्र वितरक कठिन परिस्थितियों में भी घर-घर जाकर अखबार पहुंचा रहे हैं। जिसके द्वारा सही खबरों से पाठक जागरूक हो रहे हैं। वर्तमान समय में अखबार की अत्यंत आवश्यकता है, जिससे लोग कोरोना जैसी महामारी से जागरूक हो सकें। एक दिन यदि अखबार नहीं आता तो पाठकों को महसूस होता है कि आज कोई कार्य छूट गया है।

-डा. एचएम रोहित, शाहगंज।

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हर तरफ कोरोना वायरस के खौफ को देखते हुए लोग जहां अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में समाचार पत्र वितरक मुश्किल घड़ी में भी लोगों की घरों तक अखबार पहुंचा रहे हैं। वह कठिन दौर में भी हिम्मत बनाए हुए हैं। निश्चित तौर पर इनकी जितनी भी हौसला अफजाई की जाय कम है।

-डा. अतुल सिंह मुन्ना, रूहट्टा, जौनपुर।

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जनता से सहयोग की अपेक्षा है कि अखबार वितरण के समय वह वितरक पर कोई आरोप-प्रत्यारोप न लगाएं। अखबार वितरण कठिन कार्य है। महीना पूरा करने के बाद समय पर उनका भुगतान करें तो इनका रूझान भी बना रहेगा।

-संजय गुप्ता, समाचार पत्र वितरक।

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समाचार पत्र वितरकों को पुलिस द्वारा रोक-टोक न हो। साथ ही मोहल्ले में बुद्धिजीवियों द्वारा अन्य लोगों को भी अखबार लेने के लिए जागरूक किया जाय। अखबार लेने से कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने की अफवाह न उड़ाई जाए।

-अतुल कुमार, समाचार पत्र वितरक।


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