घर से भाग रही किशोरी को जीआरपी ने बचाया
मां से किसी बात को लेकर हुई कहासुनी के बाद एक किशोरी ने घर छोड़ने का मन बना लिया। स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही किशोरी को अकेले देख जीआरपी जवानों ने पूछताछ की। पूरी जानकारी करने के बाद युवती को थाने पर बिठाकर उसके परिजनों को बुला सुपुर्द कर दिया गया। अभी कुछ दिनों पहले सिटी स्टेशन से जीआरपी प्रभारी ने घर छोड़कर भाग रहे चार बच्चों को बचाकर उनके घरवालों तक पहुंचाया था। सभी आजमगढ़ के रहने वाले थे।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: मां से किसी बात को लेकर हुई कहासुनी के बाद एक किशोरी ने घर छोड़ने का मन बना लिया। स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही किशोरी को अकेले देख जीआरपी जवानों ने पूछताछ की। पूरी जानकारी करने के बाद युवती को थाने पर बिठाकर उसके परिजनों को बुला सुपुर्द कर दिया गया। अभी कुछ दिनों पहले सिटी स्टेशन से जीआरपी प्रभारी ने घर छोड़कर भाग रहे चार बच्चों को बचाकर उनके घरवालों तक पहुंचाया था। सभी आजमगढ़ के रहने वाले थे।
शनिवार सुबह तकरीबन नौ बजे सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मनवल गांव की रहने वाली लक्ष्मी गुजरात जाने के लिए जौनपुर जंक्शन पहुंची। वह हर किसी से गुजरात जाने वाली ट्रेन के बारे में पूछ रही थी। उसके हाव-भाव पर जीआरपी प्रभारी अतुल्य पांडेय को शक हुआ। उन्होंने सिपाही भेज किशोरी से पूछताछ कराया। मामले को समझने के बाद किशोरी को थाने पर बिठाने के साथ परिजनों को सूचना दी गई। थोड़ी ही देर बाद परिवार के सदस्यों के साथ लक्ष्मी की मां पहुंच गई। जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद किशोरी को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। चार सितंबर को सिटी स्टेशन से हाथों में स्कूल बैग लिए दिल्ली जाने की तैयारी में चार बच्चों को उनके घरवालों के सुपुर्द किया गया। अतुल्य पांडेय ने बताया कि ऐसे मामलों में लोग ह्यूमन ट्रैफि¨कग के शिकार हो सकते हैं।