नहीं रहे पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद (96) का मंगलवार की रात 12 बजे पीजीआइ लखनऊ में निधन हो गया। राजनीति में बाबू जगजीवन राम को अपना आदर्श मानने वाले माता प्रसाद जिले के मछलीशहर कस्बे के मूल निवासी थे।
जागरण संवाददाता, जौनपुर: अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल माता प्रसाद (96) का मंगलवार की रात 12 बजे पीजीआइ लखनऊ में निधन हो गया। राजनीति में बाबू जगजीवन राम को अपना आदर्श मानने वाले माता प्रसाद जिले के मछलीशहर कस्बे के मूल निवासी थे। इनका अंतिम संस्कार लखनऊ में बुधवार को दोपहर में हुआ। मुखाग्नि ज्येष्ठ पुत्र केशव प्रसाद ने दी।
पूर्व राज्यपाल को तीन पुत्र व दो पुत्रियां हैं। लंबे समय से जौनपुर नगर के हुसैनाबाद में मकान बनवाकर रहते थे। लखनऊ में भी आवास है। कोरोना संक्रमण के दौरान वह लखनऊ चले गए थे, जहां गत दिवस स्वास्थ्य खराब होने के चलते पीजीआइ में भर्ती कराया गया। निधन की सूचना पर स्वजनों के साथ ही शुभचितक रात में ही लखनऊ पहुंच गए। जिला कांग्रेस कार्यालय में हुई शोकसभा में पूर्व विधायक नदीम जावेद ने कहा कि पूर्व राज्यपाल के राजनीतिक, साहित्यिक व सामाजिक जीवन को भुलाया नहीं जा सकता। इस दौरान जिलाध्यक्ष फैसल हसन तबरेज, सत्यवीर सिंह, आरिफ खान, धर्मेंद्र निषाद, सद्दाम, शमशाद आदि मौजूद रहे। कायस्थ महासभा की शोकसभा जिला संगठन सचिव विश्व प्रकाश श्रीवास्तव के रूहट्टा स्थित आवास पर हुई। इसमें जिलाध्यक्ष नीलमणि श्रीवास्तव, प्रदीप अस्थाना, राकेश श्रीवास्तव, श्रीकांत श्रीवास्तव व अन्य ने पूर्व राज्यपाल को श्रद्धांजलि दी। पूर्व एमएलसी सिराज मेंहदी ने लखनऊ स्थित उनके आवास पर जाकर अपनी संवेदना जताई। ओलंदगंज स्थित एक होटल पर कांग्रेस नेता राजेश सिंह की अध्यक्षता में शोकसभा हुई। मोहम्मद हसन पीजी कालेज में हुई शोकसभा में प्रमुख रुप से मौजूद रहे प्राचार्य अब्दुल कादिर, नासिर खान, शहनवाज खान, कमरूद्दीन शेख आदि ने शोक जताया।