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खुशखबरी! अब निर्धारित समय में काम पूर्ण होने का इंतजार

ओवरब्रिज के निर्माण में तमाम गतिरोध सामने आए। कभी ठेकेदारों के बीच मारपीट कोर्ट का मामला तो कभी बजट की समस्या रही। इन सबके बीच तीन बार समय सीमा खत्म भी हुई फिर चौथी बार इसको जून 2020 तक तैयार करना है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 05:39 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 05:39 PM (IST)
खुशखबरी! अब निर्धारित समय में काम पूर्ण होने का इंतजार
खुशखबरी! अब निर्धारित समय में काम पूर्ण होने का इंतजार

जागरण संवाददाता, जौनपुर: ओवरब्रिज के निर्माण में तमाम गतिरोध सामने आए। कभी ठेकेदारों के बीच मारपीट, कोर्ट का मामला तो कभी बजट की समस्या रही। इन सबके बीच तीन बार समय सीमा खत्म भी हुई, फिर चौथी बार इसको जून 2020 तक तैयार करना है। इस दौरान जहां ओवरब्रिज के डिजाइन में परिवर्तन हुआ, वहीं समय बीतने के साथ ही निर्माण लागत भी बढ़ गई। अब पुनरीक्षित आगणन की स्वीकृति की मंजूरी मिलना बाकी है। कुल मिलाकर तमाम अड़चनों के खत्म होने के बाद शासन से मिले पर्याप्त समय में लोगों को ओवरब्रिज निर्माण कार्य पूरा होने का इंतजार है।

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ओवरब्रिज का निर्माण कार्य वर्ष 2015 में शुरू हुआ। इसकी कुल लागत बढ़कर 67.38 करोड़ रुपये हो गई जो पूर्व में 49.82 करोड़ थी। यहां रेलवे क्रासिग पर रेलवे को 69 मीटर व सेतु निगम को 695 मीटर का पुल बनाना है। ओवरब्रिज में 80 फीसद सेतु निगम व 20 फीसद रेलवे को काम कराना है। सेतु निगम की शुरुआती लागत 24 करोड़ 52 लाख रुपये थी जो बढ़कर 31.93 करोड़ रुपये हो गई। अभी तक इसमें कुल 25.7 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। रेलवे को पहले यह कार्य 7.87 करोड़ में करना था। पुनरीक्षित आगणन में इसकी लागत 18.56 करोड़ रुपये हो गई। पीडब्लूडी की तरफ से वन विहार से पकड़ी बाजार तक 16.88 करोड़ से बाईपास बनी है। यूटीलिटी पर कुल 69 लाख रुपये खर्च किया गया। सेतु निगम ने 80 फीसद में से 66 फीसद तो रेलवे ने 20 फीसद में से 12 फीसद का कार्य पूर्ण कर लिया है। पहली बार ओवरब्रिज को मार्च 2018 तक, दूसरी बार मार्च 2019 तक, तीसरी बार जून 2019 तक व अब जून 2020 तक कार्य पूरा करना है। मामला हाईकोर्ट में जाने के कारण सेतु निगम के निर्माण में भी देरी हुई। जिसके कारण यह निर्धारित समय पर काम पूरा न हो पाने के कारण इसकी लागत 20 करोड़ अधिक हो गई। यह चल रहा है कार्य

शहरी क्षेत्र की तरफ अंडर पास का काम चल रहा है। रेलवे क्रासिग के दक्षिणी तरफ स्पान पर बीम डालने की तैयारी चल रही है। रेलवे का तीन स्पान बनना था जिसमें से दो बनकर तैयार है। क्या बोले जिम्मेदार

महंगाई के हिसाब से सेतु निगम ने पुनरीक्षित आगणन को बढ़ाकर शासन स्तर पर अक्टूबर 2018 में भेज दिया गया है। इसकी स्वीकृति का इंतजार है। पैसे के कारण काम रुका नहीं बल्कि चल रहा है। जिसमें बजट मिलते ही आगे का कार्य शुरू कराया जाएगा। ओवरब्रिज को जून 2020 में बनाकर तैयार करना है।

-रोहित मिश्रा, उपपरियोजना प्रबंधक, सेतु निगम।


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